अरब सागर में जहाज को अगवा कर रहे लुटेरों की साजिश को भारतीय नौसेना ने किया नाकाम

भारतीय नौसेना ने शनिवार को कहा कि उसने अरब सागर में एक मालवाहक जहाज के अपहरण की कोशिश को नाकाम कर दिया है। नौसेना की ओर से कहा गया है कि छह अज्ञात लोगों ने 18 चालक दल वाले मालटा का ध्वज लगे मालवाहक जहाज एमवी रुएन पर कब्जा कर लिया था लेकिन जैसे ही इसकी भनक लगी, भारतीय नौसेना के दल ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। नौसेना के युद्धपोत और समुद्री गश्ती विमान ने शुक्रवार शाम को माल्टा-ध्वज वाले जहाज एमवी रुएन को अपनी निगरानी में ले लिया और उसे समुद्री डाकुओं द्वारा अगवा होने से बचा लिया है। नेवी अभी भी उस जहाज की निगरानी कर रही है।

भारतीय नौसेना ने एक बयान में कहा, “तेजी से प्रतिक्रिया दिखाते हुए, भारतीय नौसेना ने एमवी रुएन का पता लगाने और उसकी सहायता करने के लिए क्षेत्र में निगरानी करने वाले अपने नौसेना समुद्री गश्ती विमान को तुरंत वहां भेज दिया और डकैत रोधी गश्ती पर तैनात अपने युद्धपोत को अदन की खाड़ी में मोड़ दिया। गश्ती विमान 15 दिसंबर की सुबह अपहृत जहाज के ऊपर मंडराने लगा और लगातार अगवा मालवाहक जहाज की निगरानी कर रहा है। अब वह जहाज सोमालिया के तट की ओर बढ़ रहा है।”

बयान में कहा गया है कि नौसेना के युद्धपोत, जिसे समुद्री डकैती रोधी गश्त के लिए अदन की खाड़ी में तैनात किया गया था, ने भी शनिवार तड़के एमवी रुएन को रोका। इस बीच, यूरोपीय संघ के सोमाली समुद्री डकैती रोधी बल ने भी शुक्रवार को कहा कि एक स्पेनिश नौसेना जहाज पूरी गति से माल्टा का ध्वजा लगे वाणिज्यिक जहाज की ओर बढ़ रहा था।

स्पेन में EUNAVFOR के संयुक्त संचालन केंद्र ने कहा कि उसे गुरुवार को “कथित समुद्री डाकू-अपहृत जहाज” रुएन से एक अलर्ट मिला था, जब वह सोमालिया के सोकोट्रा द्वीप से लगभग 500 समुद्री मील पूर्व में था। बता दें कि मालवाहक जहाज एमवी रुएन सोमालिया की ओर जा रहा था, तभी गुरुवार को उस पर हमला हुआ था। यूके के समुद्री व्यापार संचालन ने कहा कि चालक दल ने जहाज पर से अपना नियंत्रण खो दिया था।

किसी जहाज पर कब्ज़ा करने की यह घटना 2017 के बाद से सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा की गई सबसे बड़ी घटना है। कई देशों द्वारा समुद्री डकैती विरोधी प्रयासों के बाद अदन की खाड़ी और हिंद महासागर में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सकी है।

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