पिता की संपत्ति हड़पने के लिए छोटे भाई को ट्रक से कुचलवाया, इस तरह साजिश का हुआ खुलासा
विश्वविद्यालय थानाक्षेत्र के बेला दुर्गा मंदिर चौक स्थित पांच दिसंबर की देर रात जय कुमार पासवान को धक्का देकर चलती ट्रक कुचलवा कर हत्या कर देने के मामले में दिन प्रतिदिन रहस्य से पर्दा उठता जा रहा है। जय कुमार पासवान की मौत के मामले में पुलिस के अनुसंधान में यह बात सामने आई है कि पैतृक संपत्ति हड़पने के उद्देश्य से उसके मझले भाई अर्जुन पासवान ने ही हत्या की साजिश रची थी। इस क्रम में उसे ट्रक के नीचे धकेल दिया गया।
ऐसे हुआ खुलासा
इसका खुलासा सोमवार को गिरफ्तार किए गए चिंटू पासवान ने गिरफ्तारी बाद की। पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि खिला-पिलाकर अर्जुन पासवान ने ट्रक के नीचे धक्का देकर गिरवा दिया। वारदात के बाद वह दौड़ते हुए फरार हो गया।
इसके बाद पुलिस अब अर्जुन की खोज तेज कर दी है। हालांकि, मामले के सूचक बिरजू पासवान की पुत्री ममता देवी अपने चाचा अर्जुन पासवान का बचाव की है। कहा कि उन लोगों के बीच कोई विवाद नहीं था। वारदात के समय चौक पर खुद वह दवा खरीद रही थी।
इसी बीच चिंटू उसके छोटे चाचा के साथ मारपीट कर रहा था। देखने पर जब पहुंची तो चाचा को बचाने की कोशिश की। इस पर चिंटू ने हत्या करने की बात कही। इसी बीच मझले चाचा अर्जुन पासवान पहुंचे, उन्होंने भी चिंटू को समझाने की कोशिश की। बात नहीं मानने पर मझले चाचा अन्य लोगों को बुलाने गए। इसी बीच चिंटू उनके छोटे चाचा को धक्का देकर चलती ट्रक के नीचे गिरा दिया।
इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उधर, अब सवाल उठता है कि जब चिंटू ने धक्का देकर हत्या कर दी तो स्वजन सच्चाई जानने के बाद भी सड़क दुर्घटना की प्राथमिकी क्यों दर्ज कराई, चिंटू पासवान को क्यों बचाने की कोशिश की। दरअसल, कुछ लोगों ने अर्जुन पासवान की करतूत को देख लिया था। इसके बाद सीसी कैमरे का फुटजे पुलिस को मुहैया करा दिया।
असली में बिरजू और अर्जुन ही सहोदर भाई
इसके तहत चिंटू को गिरफ्तार कर लिया गया। उधर, मोहल्ला के लोगों का कहना कि मृतक जय कुमार पासवान कहने को तीन भाई है, लेकिन असली में बिरजू और अर्जुन ही सहोदर भाई है। जय कुमार पासवान की मां फुलिया देवी उसे गोद ली थी। हालांकि, घर और परिवार के लोग तीनों को भाई के रूप में ही जानते हैं। उधर, पिता की मौत के बाद बिरजू और अर्जुन अपना-अपना घर बनाकर रहने लगा।
जबकि, छोटे भाई जय कुमार को घर बनाने के लिए कोई जगह नहीं दिया। ऐसी स्थिति में उसकी शादी भी नहीं हुई। वह जिस होटल में काम करता था वहीं सोता था। बार-बार जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। इस बीच छोटे भाई को रास्ते से ही हटा दिया गया। संयोग रहा है कि सीसी कैमरे का फुटेज सामने आ गया, अन्यथा जय कुमार की मौत पहेली बनकर रह जाती।