लखनऊ में अवैध कब्जों पर LDA का एक्शन जारी, बुलडोजर से कई मकान किए ध्वस्त
लखनऊ में कुकरैल नदी की जमीन पर अवैध कब्जे हटाने के दौरान जबरदस्त विरोध के बाबजूद एक्शन जारी है। बुधवार हंगामे के बाद गुरुवार एलडीए, पुलिस प्रशासन और नगर निगम के दस्ते ने कार्रवाई जारी रखी। अवैध कब्जे पर बुलडोजर चले। दरअसल, भीखमपुर के लोगों ने कुकरैल की जमीन पर दो-तीन मंजिला पक्का मकान बना लिए हैं। कुकरैल रिवर फ्रंट को संवारने के लिए अतिक्रमण तोड़े जा रहे हैं।
बुधवार को कुछ मकानों को तोड़ने के बाद पेपर मिल कालोनी से सपा टिकट पर पार्षद चुनाव लड़ चुकीं शर्मिला महाजन पहुंच गईं। इलाके की महिलाओं और नागरिकों के साथ जेसीबी के सामने बैठ कर नारेबारी शुरू कर दी। पुलिस ने समझाकर हटाने का प्रयास पर लोग नहीं माने। इस बीच पुलिस ने सख्ती की। लोगों को दौड़ाया। कुछ को एक-दो थप्पड़ भी मारा। हंगामा कर रही नेता को गाड़ी में लादकर थाने ले गई तो बाकी लोग भी हट गए।
एलडीए के अधिकारियों ने संभाला मोर्चा
एलडीए उपाध्यक्ष डॉ इन्द्रमणि त्रिपाठी व अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा बुधवार की सुबह ही यहां पहुंच गये। प्रवर्तन दस्ते के अधिकारी, कर्मचारी सभी सुबह से देर शाम तक यहां डटे थे। लोगों से मकान के लिए मौके पर ही फार्म भरवाया जा रहा था। फिर सम्बंधित मकान में उन्हें शिफ्ट भी किया जा रहा था।
एलडीए ने बसंतकुंज में 70 लोगों को दिए घर
एलडीए ने कुकैरल से हटाए जाने वाले 70 लोगों को पीएम आवास योजना में मकान दिया है। इनमें से 58 लोग अपने मकान में शिफ्ट हो गये हैं। एलडीए की टीम मौके पर मौजूद रही। अधिकारियों व कर्मचारियों ने लोगों के सामान उनके माकानों में शिफ्ट कराने में मदद की।
प्रोफसर व डॉक्टर ने भी कब्जा कर बनाए घर
यहां बना एक मकान लखनऊ विश्वविद्यालय में तैनात एक महिला प्रोफसर का बताया जा रहा है। उनका मकान भी खाली कराया गया। एक एमबीबीएस डाक्टर का भी मकान बना है। इसे भी तोड़ा जाएगा। इन सभी ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान बनाया है।
गम और गुस्सा दोनों दिखा, फफक पड़ीं महिलाएं
कई महिलाएं आंखों के सामने मकान टूटता देख फफककर रोने लगीं। एक वृद्ध महिला बोलीं, अपना पूरा जीवन इसे बनाने में लगा दिया। आज आंखों के सामने तोड़ा जा रहा है तो देखा नहीं जा रहा है। एक युवती महिला पुलिस कर्मियों से भिड़ गयी। बोली अब आप लोग कुछ मत बोलो। हम सामान ले जा रहे हैं।