रेस्क्यू ऑपरेशन तक मातली से चलेगी सीएम धामी सरकार, 41 मजदूरों की जान बचाने पर नजर
उत्तरकाशी में सिलक्यारा की सुरंग में चल रहे बचाव-राहत कार्यों के मद्देनजर सीएम धामी सरकार ने मातली में अस्थाई रूप से मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय बना लिया है। मुख्यमंत्री की मंशा है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान भी सरकारी कामकाज प्रभावित न हो, इसलिए यह कदम उठाया गया।
सीएम बुधवार शाम से उत्तरकाशी में हैं। गुरुवार सुबह वे पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने मौके पर मौजूद विशेषज्ञों के साथ मंत्रणा की। साथ ही सुरंग में फंसे मजदूरों से भी बात की। रेस्क्यू ऑपेरशन में बाधा के चलते देरी होते देख अब मुख्यमंत्री ने अहम फैसला लिया है।
सीएम धामी ने अस्थायी कैंप कार्यालय तैयार करा लिया है। इसकी सहायता से मुख्यमंत्री सरकारी कामकाज के साथ ही रेस्क्यू ऑपरेशन की भी बेहतर तरीके से मॉनिटरिंग कर सकेंगे। रेस्क्यू ऑपरेशन के चलते मुख्यमंत्री ने अपने दून स्थित आवास में होने वाले ईगास के कार्यक्रम को भी स्थगित कर दिया।
प्रार्थना की सुरंग के भीतर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने जाने पहले मुख्यमंत्री धामी ने बाहर बने बौखनाग देवता के मंदिर के आगे शीश नवाया। सीएम ने नाग देवता से सभी मजदूरों की कुशलता की प्रार्थना की। पीएमओ के उप सचिव मंगेश घिल्डियाल ने बीते दिनों यहां मंदिर का निर्माण कराया था।
भारत के अलावा चार देशों के एक्सपर्ट जुटे
सिलक्यारा सुरंग में मजदूरों को बचाने को भारत के साथ नार्वे, ऑस्ट्रेलिया समेत कुल पांच देशों के एक्सपर्ट डटे हैं। सभी अपने अनुभवों का इस्तेमाल करते हुए जल्द से जल्द मजदूरों को बाहर निकालने की मुहिम में जुटे हुए हैं।
एनडीआरएफ जवानों ने किया बचाव का अभ्यास
एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल रेस्क्यू का जायजा लेने के लिए गुरुवार को सिलक्यारा पहुंचे। उन्होंने श्रमिकों को पाइप से रेस्क्यू कराने के लिए जवानों को रिहर्सल कराई। उन्होंने बताया,सुरंग में सबसे आगे का पाइप दब गया था। उसे ठीक करने के बाद जल्द ड्रिलिंग शुरू हो जाएगी।
धामी और सिंह ने बचाव कार्यों की समीक्षा की
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और केंद्रीय राज्यमंत्री वीके सिंह ने गुरुवार को सिलक्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने के बाद मातली में राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने, रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे अफसरों को निर्देश दिए कि सभी एजेंसियां समन्वय के साथ राहत-बचाव कार्य में जुटी रहें। सीएम ने श्रमिकों का विशेष ध्यान रखने के साथ ही उन्हें मांग के अनुसार हरसंभव सामग्री उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने रोज श्रमिकों की बात डॉक्टरों और उनके परिजनों से कराने को लेकर भी हिदायत दी।