रेगुलर सिम से क्यों बेहतर है e-Sim, जानिए खासियत…

बीते कुछ समय से टेक्नोलॉजी काफी आगे निकल गई है। आए दिन हमें कुछ नए अपडेट और फीचर के बारे में पता चलता है। e-Sim भी उसमें से एक है, जो कुछ समय से ही चर्चा में रहा है। फिलहाल Airtel के CEO ने अपने कस्टमर्स को एक इमेल भेजकर फिजिकल या रैगुलर सिम के बजाए e-sim को इस्तेमाल करने की बात पर जोर दिया है।

अब सवाल ये उठता है कि आखिर एक जानी मानी टेलीकॉम कपंनी के सीईओं अपने कस्टमर्स को इतना बड़ा कदम उठाने को क्यों कहेंगे। ऐसे में हमारे लिए यह जानना जरूरी है कि e-Sim के क्या फायदे है और ये फिजिकल सिम से किस तरह से बेहतर है। मगर इससे पहले eSim के बारे में जान लेते हैं।

क्या है e- Sim?

बता दें कि e-Sim भी सिम कार्ड की तरह ही होते हैं, लेकिन इनको सिम स्लॉट में डालने के बजाय आपके डिवाइस में ही बिल्ट किया जाता है। ये एक सॉफ्टवेयर पर कम करते हैं, जो आपके फोन का हिस्सा होता है। अब सवाल उठता है कि यह फिजिकल सिम से कैसे बेहतर हैं तो आइये इसके बारे में जानते हैं।

मिलती है बेहतर कनेक्टिविटी

  • E-Sim के साथ आपको बेहतर कनेक्टिविटी मिलती है, जो आपको एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में स्विच करना बहुत आसान बना देती है।
  • इसके अलावा फोन के चोरी होने या खोने की स्थिति में इसको फोन से बाहर निकालना लगभग नामुमकिन होता है।

आसानी से किया जा सकता है ट्रैक

अगर आपका फोन खो जाता है या चोरी हो जाता है तो आसानी से इसे ट्रैक कर सकते हैं, क्योंकि कोई भी व्यक्ति फिजिकल सिम की तरह इसे आसानी से आपके फोन से नहीं निकाल सकता है।

आसानी से किया जा सकते हैं मैनेज

  • क्योंकि ये सिम वर्चअली काम करते हैं तो ऐसी स्थिति में आप हर छोटे बड़े बदलाव को बिना किसी समस्या में मैनेज कर सकते हैं।
  • इसके लिए आपको अपने फोन से सिम निकलने वाली समस्या के झंझट से छुटकारा मिल जाता है।

बेहतर होंगे फोन के डिजाइन

  • अगर ज्यादातर लोग e-Sim की तरफ स्विच करेंगे तो फोन कंपनियां भी अपने डिवाइस में सिम स्लॉट को रिमूव करने पर विचार करेंगी।
  • eSIM तकनीक फिजिकल सिम कार्ड की तुलना में बेहतर सिक्योरिटी देती है, क्योंकि eSIM पर डेटा एन्क्रिप्टेड होता है।
  • eSIM में फिजिकली डेमेज नहीं किया जा सकता है।
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