इजरायली सेना ने अस्पताल में की हमास आतंकियों की सुरंग बरामद, पढ़ें पूरी खबर…
इजरायल और हमास आतंकियों के बीच लड़ाई लगातार भयंकर होती जा रही है। हालांकि 47 दिनों से चल रहे इस युद्ध में एक राहत की बात यह जरूर आई है कि इजरायली सरकार हमास आतंकियों से समझौता करने को तैयार हो गई है। इजरायल के 50 बंधकों को छोड़ने के बदले इजरायल 4 दिन जंग रोकने को तैयार हो चुका है। इससे पहले गाजा में चल रही भयंकर जंग के दौरान इजरायली सेना ने अल शिफा अस्पताल में हमास के ठिकानों को दुनिया के सामने बेनकाब किया। वीडियो के जरिए दुनिया को बताया कि अस्पताल में मरीजों की आड़ में हमास आतंकियों ने यहां कमांड सेंटर खोल रखे थे, हथियारों की बड़ी खेप पकड़ी गई और बम धमाकों को मात देने वाली सुरंग बरामद की। ऐसी जानकारी सामने आ रही है कि इन सबका पता लगाने का काम इजरायल की सीक्रेट फोर्स 504 ने किया था। क्या है इस फोर्स का काम और यह मोसाद और शिन बेट से कितनी अलग है, जानते हैं।
इजरायली सेना आईडीएफ की इंटेलिजेंस यूनिट 504 एक बार फिर चर्चा तब आई जब बीते सोमवार को गाजा के अस्पतालों में हमास की साजिश बेनकाब हुई। इजरायली फोर्स ने वीडियो में पुष्टि की कि 7 अक्टूबर को हमले के दौरान हमास के आतंकी आम लोगों को किडनैप करके अस्पताल लेकर पहुंचे। इससे पहले गाजा के अस्पतालों में हथियारों की खेप और सुरंग का पता चला। ऐसी जानकारी सामने आई है कि इस खुलासे के पीछे इजरायल की सीक्रेट फोर्स 504 यूनिट थी।
दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में माहिर
जेरूशलम पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक, इजरायल का जब से गठन हुआ है, उसकी सेना आईडीएफ हमेशा ऐतिहासिक रूप से देश की रक्षा करती रही है। आईडीएफ की सीक्रेट फोर्स में कई यूनिट हैं। कई बार देश को दुश्मनों से बचाने में मोसाद और शिन बेट के अलावा 504 यूनिट का भी बड़ा योगदान रहा है। ऐसा बताया जाता है कि 7 अक्टूबर को हमास के आतंकी हमले के बाद इजरायल की यह सीक्रेट फोर्स ऐक्टिव हो गई थी। इसने 47 दिनों से जारी युद्ध के दौरान हमास के कम से कम 300 आतंकियों को पकड़ा है और उनसे पूछताछ में कई राज खोज निकाले हैं। हमास आतंकियों को इजरायल लाकर इस सीक्रेट फोर्स ने हमास आतंकियों से गाजा में उनके ठिकाने, अस्पतालों में कमांड सेंटर से लेकर हमास की अगली रणनीति तक का पता लगाया। यही वजह मानी जाती है कि इस युद्ध में अभी तक इजरायली सेना हमास लड़ाकों पर भारी पड़ रही है।
हमास हमले से पहले लेबनान में बिजी थी सीक्रेट फोर्स
दशकों तक इजरायल को दुश्मनों से बचाती आई सीक्रेट फोर्स 504 लंबे समय से लेबनान में हिजबुल्लाह के आतंकियों की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर व्यस्त थी। हालांकि 7 अक्टूबर को हमास के नरसंहार के बाद इसने अपना पाला बदला और तुरंत अस्थायी सेंटर बनाकर पूरा फोकस गाजा पर कर दिया है।
1973 के युद्ध के बाद मजबूत होती गई 504 यूनिट
1973 के योम किप्पुर युद्ध के बाद इजरायल की तत्कालीन हुकूमत ने इस सीक्रेट फोर्स को मजबूत करना शुरू किया था। ऐसा इसलिए क्योंकि, ऐसा बताया जा रहा है कि आईडीएफ की इंटेलिजेंस 1973 के युद्ध में यह अनुमान लगाने में विफल रही थी कि मिस्र और सीरिया इजरायल पर अचानक से हमला कर देंगे। साथ ही इजरायल ने शिन बेट और मोसाद को और अधिक सशक्त बनाना शुरू कर दिया था।