भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल पर प्रचार के दौरान हमला, CM बघेल ने बताया सुनियोजित
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दावा किया कि रायपुर में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता बृजमोहन अग्रवाल पर हमला ‘सुनियोजित’ था। बघेल ने रायपुर में एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘बृजमोहन अग्रवाल पर कोई कैसे हमला कर सकता है? 2000 में, वह नरेंद्र मोदी (प्रधानमंत्री) के साथ छत्तीसगढ़ आए थे। उन्होंने भाजपा कार्यालय (एकात्म परिसर) में जो गुंडागर्दी की, उसके कारण नरेंद्र मोदी को भी एक टेबल के नीचे छिपना पड़ा था। उनपर कौन हमला करेगा? यह सब सुनियोजित है।’
इससे पहले दिन में रायपुर में एक सार्वजनिक बैठक के दौरान बीजेपी नेता अग्रवाल पर बदमाशों ने हमला कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि उपद्रवियों को कांग्रेस सरकार द्वारा ‘संरक्षण’ दिया गया था। अग्रवाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘आज रायपुर में जनसंपर्क के दौरान कांग्रेस सरकार द्वारा संरक्षित गुंडों ने मुझ पर हमला किया। कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ होने के कारण कोई बड़ी अप्रिय घटना नहीं घट सकी। एक बड़ी घटना टल गई।’
बीजेपी नेता ने कहा, ‘हम भाजपा कार्यकर्ता इस कायरतापूर्ण हमले से डरने वाले नहीं हैं। हम न केवल रायपुर बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ को उन सत्ता के गुंडों से मुक्त कराएंगे। भाजपा का सुशासन लाएंगे और राज्य को सुरक्षित बनाएंगे।’ अग्रवाल सात बार के विधायक हैं और रायपुर शहर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। घटना के बाद अग्रवाल, भाजपा नेताओं और अपने समर्थकों के साथ इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर शहर कोतवाली पुलिस थाने में धरने पर बैठ गए।
सत्तारूढ़ कांग्रेस ने बीजेपी उम्मीदवार के आरोपों को ‘नौटंकी’ करार दिया और कहा कि अग्रवाल ने हार की आशंका से इस आरोप का सहारा लिया है। इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार महंत राम सुंदर दास हैं। संवाददाताओं से बात करते हुए अग्रवाल ने कहा कि यह घटना तब हुई जब वह करीब शाम सात बजे बैजनाथ पारा इलाके (मुस्लिम बहुल इलाका) में मदरसा चौक पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि यहां 20-25 युवकों का एक समूह मौजूद था, उन्हें लगा कि वे उनका स्वागत करने के लिए वहां आए हैं।
अग्रवाल ने बताया, ‘मैंने उनसे भाजपा को वोट देने का आग्रह किया, तब उनमें से कुछ ने मेरा कॉलर पकड़ लिया और मुझ पर हमला करने की कोशिश की। मेरे समर्थकों और सुरक्षा कर्मियों ने मुझे मदरसे के अंदर खींच लिया और मुझे बचाया।’ रायपुर के मुसलमान शांतिप्रिय हैं। मेरे उनसे पारिवारिक रिश्ते हैं। वे ऐसी हरकत नहीं कर सकते। दिवाली और चुनाव से पहले रायपुर का माहौल बिगाड़ने के लिए बाहर से गुंडे लाए गए हैं। जब तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा तब तक हम धरने पर बैठे रहेंगे।’ बता दें कि मंगलवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले चरण का मतदान मंगलवार को हुआ और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होगा। सभी पांच चुनावी राज्यों में वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी।