महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे कार्यकर्ता जारांगे, मराठा समुदाय को करेंगे जागरुक
मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने सोमवार को कहा कि वह मराठों से मिलने और उन्हें समुदाय के लिए आरक्षण के मुद्दे के बारे में जागरूक करने के लिए दिवाली त्योहार के बाद महाराष्ट्र के दौरे पर निकलेंगे।
दरअसल, 2 नवंबर के अनशन के बाद जारांगे को छत्रपति संभाजीनगर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस अस्पताल में राकांपा विधायक रोहित पवार उनसे मिलने पहुंचे। इसी दौरान जारांगे ने मीडिया से यह बात कही।
महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों का करेंगे दौरा
जारांगे ने कहा, “अभी दौरे को अंतिम रूप नहीं दिया गया है, इसे आज अंतिम रूप दिया जाएगा। मैं महाराष्ट्र के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करूंगा। दौरे के चार चरण होंगे और इसकी शुरुआत विदर्भ क्षेत्र से हो सकती है।” मालूम हो कि मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन के दूसरे चरण के दौरान पिछले महीने भूख हड़ताल पर जाने से पहले कार्यकर्ता ने पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों का दौरा किया था। जारांगे अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं।
शांतिपूर्वक जारी रखेंगे अभियान
इससे पहले, एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ था, जिसमें महाराष्ट्र के मंत्री और राकांपा नेता छगन भुजबल को कथित तौर पर यह कहते हुए सुना गया था, “यह हमारे (ओबीसी) लिए करो या मरो की स्थिति है और हमें अपनी आवाज उठानी चाहिए।” क्लिप के बारे में पूछे जाने पर जारांगे ने कहा, ‘मैं भुजबल के बारे में कुछ नहीं कहने जा रहा हूं। मराठा आरक्षण के लिए हमारी लड़ाई शांतिपूर्वक जारी है और हम लड़ेंगे और जीतेंगे। चाहे कितना भी दबाव बनाया जाए, आंदोलन नहीं रुकेगा।” कार्यकर्ता ने कहा, “हम किसी भी आलोचना पर ध्यान नहीं देंगे। हम मराठों का अधिकार मांग रहे हैं।”
राज्य सरकार के प्रतिनिधिमंडल करेंगे जारांगे से मुलाकात
मराठा कोटा मुद्दे को हल करने के लिए एक समयबद्ध कार्यक्रम के साथ राज्य सरकार का एक प्रतिनिधिमंडल जारांगे से मिल सकता है। इस पर एक सवाल के जवाब में, जारांगे ने कहा, “प्रतिनिधिमंडल आएगा और मुझे सीएमओ से इसके बारे में एक संदेश दिया गया है। अगर वे चाहते हैं, तो मैं उनके लिए कोटा मुद्दे के समयबद्ध समाधान के लिए शर्तें एक कागज पर लिख दूंगा। उन्हें बस यहां आकर हस्ताक्षर करना होगा।”
मराठों को जारी होंगे कुनबी जाति प्रमाण पत्र
महाराष्ट्र कैबिनेट ने पिछले महीने फैसला किया था कि मराठवाड़ा क्षेत्र के उन मराठों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे, जिनके पास निजाम युग के राजस्व या शिक्षा दस्तावेज हैं, जो उन्हें कुनबी के रूप में जाने जाते हैं। कृषि से जुड़ा समुदाय कुनबी, महाराष्ट्र में ओबीसी श्रेणी के अंतर्गत आता है, जिन्हें शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण लाभ मिलता है।
पिछले हफ्ते, राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया, जिसमें संबंधित अधिकारियों से पात्र मराठा समुदाय के सदस्यों को नए कुनबी जाति प्रमाण पत्र जारी करने के लिए कहा गया। इससे उनके लिए ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण लाभ प्राप्त करने का मार्ग प्रशस्त हो गया।