RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव पहुंचे छपरा, कार्यकर्ताओं के से मुलाकात कर दिए कई दिशा- निर्देश

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव बुधवार को छपरा पहुंचे। छपरा पहुंचने के बाद सबसे पहले रौजा स्थित अपने पार्टी कार्यालय गए। जहां राजद का पार्टी कार्यालय अभी निर्माणधीन है, वहां पहुंचकर कार्यकर्ताओं के अभिवादन को स्वीकार किया व पार्टी के नेताओं को भवन निर्माण के संबंध में कई दिशा निर्देश दिए।

इसके बाद वह सीधे छपरा सर्किट हाउस पहुंचे, जहां उन्होंने अपने पुराने कार्यकर्ताओं व नेताओं के साथ बंद कमरे में गुफ्तगू की। वह छपरा सर्किट हाउस में एक घंटे तक रुके रहे। बता दें कि राजद सुप्रीमो के छपरा आने का प्रोग्राम एकाएक बना, जिसके कारण सुबह से ही शहर में चारों तरफ बैनर लगते व साफ-सफाई होती दिखी।

राजद सुप्रीमो ने मीडिया से नहीं की बात

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को साढ़े ग्यारह बजे ही छपरा सर्किट हाउस में आने का समय निर्धारित था। जहां रास्ते में रुकने व पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की भारी हुजूम के कारण वह सर्किट हाउस एक बजे पहुंचे।

सर्किट हाउस पहुंचने के बाद वह सीधे अंदर कमरे में चले गए। जहां राजद के सभी पुराने कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद कमरे में ही भोजन किया। इस दौरान सर्किट हाउस में मीडिया का भारी हुजूम जमा था।

इसे देखते हुए मढ़ौरा विधायक सूबे के कला संस्कृति मंत्री जितेंद्र कुमार राय आगे आए। उन्होंने मीडिया को संबोधित करते हुए बताया कि राजद सुप्रीमो की सेहत खराब थी, जिसके कारण वह छपरा नहीं आ पा रहे थे।

यहां के कार्यकर्ता काफी दिनों से छपरा आने का आग्रह कर रहे थे। अब उनके स्वास्थ्य में कुछ सुधार हुआ है, इसके बाद छपरा कार्यकर्ताओं से मिलने आए हैं।

लोकसभा चुनाव से संबंधित सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। आगामी लोकसभा चुनाव के संबंध में अगर वह बात करने आए हैं तो इसमें क्या हर्ज क्या है।

छपरा लालू प्रसाद यादव की कर्मभूमि रही है, यहां वह पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने आए हैं।

बाहर निकलते वक्त आंगनबाड़ी सहायिका व बेघर महिलाओं ने लालू के रथ को रोका

अचानक लालू प्रसाद यादव के छपरा आने की भनक लगते ही विभिन्न संगठनों ने उनसे अपनी मांग को लेकर सर्किट हाउस के आसपास जुटी रही। एक घंटे सर्किट हाउस में बिताने के बाद लालू रथ में सवार होने जा रहे थे।

इस दौरान मौके पर मौजूद आंगनबाड़ी सहायिका व कुछ बेघर महिलाएं उनसे मिलना चाह रही थीं। मगर भारी भीड़ को देखते हुए लालू यादव सीधे गाड़ी में चले गए। इसके बाद अचानक दर्जनों महिलाएं उनके रथ के आगे आकर बैठ गईं।

इसके बाद पार्टी के नेता व जिला प्रशासन को महिलाओं को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत पर करनी पड़ी। नेताओं द्वारा करीब 10 मिनट बाद समझा-बुझाकर रथ के आगे से हटाया गया, तब जाकर लालू का काफिला आगे बढ़ा।

अफरा-तफरी में टूट गया शीशा का गेट

लालू जब सर्किट हाउस से बाहर निकल रहे थे, तब मीडिया व कार्यकर्ताओं का भारी हुजूम था। इसके कारण सर्किट हाउस के मुख्य शीशे का गेट पूरी तरह से टूट कर गिर गया। इससे कुछ पल के लिए अफरा-तफरी हो गई।

हालांकि, इस दौरान लालू प्रसाद यादव को कोई चोट नहीं आई। वह गेट से कुछ दूर पीछे थे। मगर एक कार्यकर्ता का हाथ कट गया, जिससे उसके हाथ से खून निकलने लगा। उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।

यह राजद नेता थे मौजूद

लालू प्रसाद यादव जब छपरा आए तब उनकी अगुवानी में उनके साथ राजद एमएलसी सुनील कुमार सिंह, मंत्री जितेंद्र कुमार राय, सारण विकास मंच के अध्यक्ष शैलेंद्र प्रताप, परसा विधायक छोटेलाल राय, मुंद्रिका प्रसाद यादव, छपरा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह, सत्येंद्र यादव, मिथिलेश यादव, सुनील कुमार राय, अजय राय, सुनील राय समेत दर्जन नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।

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