महाराष्ट्र: संजय राउत ने एकनाथ शिंदे की आतंकी संगठन से की तुलना, जानिए पूरा मामला
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के हमास वाले बयान पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बुधवार को जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि शिंदे खुद हमास हैं और उनका बयान यह दिखाता है कि उन पर भाजपा का कैसा असर है। राउत ने कहा, ‘वह (एकनाथ शिंदे) खुद हमास हैं। उनके बयान से साफ होता है कि बीजेपी ने उनके दिमाग में कैसे गंदगी भर दी है।’ न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राउत ने कहा, ‘एकनाथ शिंदे भाजपा की भाषा बोल रहे हैं। अगर हम चाहें तो हम भी उनके स्तर तक गिर सकते हैं, मगर हम इससे बचते रहे हैं। हम लोग उन मूल्यों का पालन करते हैं जो बालासाहेब ठाकरे ने शिवसेना में स्थापित किए थे।’
सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे को लेकर कहा था कि उन्होंने सत्ता के लिए बाल ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा को दफन कर दिया। उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी दलों से हाथ मिला लिया। आजाद मैदान में शिवसेना की दशहरा रैली में विशाल सभा को संबोधित करते हुए शिंदे ने यह बात कही। सीएम ने ठाकरे का नाम लिए बिना कहा कि उन्होंने अपनी वैचारिक विरासत के साथ बेईमानी करके बाल ठाकरे की पीठ में छुरा घोंपा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा, ‘शिंदे दशहरे के शुभ अवसर पर भी इस तरह की टिप्पणी करने से खुद को नहीं रोक पाए। इससे उनकी मानसिकता और उन पर भाजपा के प्रभाव का पता चलता है।’
विभाजन की राजनीति कर रही भाजपा: शिंदे
शिवसेना (यूबीटी) सांसद ने आरोप लगाया कि भाजपा ने परिवारवाद, विभाजन और क्षेत्रवाद की राजनीति शुरू की। उन लोगों ने क्षेत्रवाद और जातिवाद का जहर फैलाया। राउत ने कहा, ‘बीजेपी उन्हीं राज्यों को मजबूत करती है जहां पर उसकी सत्ता है। जिन राज्यों में वे सरकार नहीं बना पाए, वहां क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। तेलंगाना और पश्चिम बंगाल में ऐसा ही हो रहा है।’ उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी बीजेपी का यही पैटर्न रहा, जब राज्य की सत्ता उद्धव ठाकरे के पास थी। उस वक्त केंद्र से राज्य सरकार को कोई मदद नहीं मिलती थी, मगर सरकार के बदलते ही केंद्र ने महाराष्ट्र के लिए अपना खजाना खोल दिया।
हमास को भी गले लगा सकते हैं उद्धव: सीएम शिंदे
एकनाथ शिंदे ने कहा था कि उन्हें आश्चर्य नहीं होगा अगर वे (शिवसेना-यूबीटी) असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली AIMIM के साथ गठबंधन कर लें। वे अपने स्वार्थी उद्देश्यों और कुर्सी के लिए हमास, हिजबुल मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठनों को भी गले लगा सकते हैं। शिंदे ने कहा, ‘आपने सत्ता के लिए कांग्रेस और समाजवादियों के साथ जाकर बाला साहेब ठाकरे की हिंदुत्व विचारधारा को दफन कर दिया। बाला साहेब ने शिवतीर्थ (शिवाजी पार्क मैदान) से ‘गर्व से कहो हम हिंदू हैं’ का नारा दिया था, लेकिन उस स्थान से ‘गर्व से कहो हम कांग्रेसी और समाजवादी हैं’ जैसे नारे दिए जा रहे हैं।’