डॉलर के मुकाबले फिर कमजोर हुई भारतीय करेंसी, जानें कितने पैसे की आई गिरावट
कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन यानी 13 अक्टूबर 2023 (शुक्रवार) को डॉलर के मुकाबले रुपया सपाट नोट पर कारोबार कर रहा है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने निवेशकों को प्रभावित किया है। वहीं सितंबर महीने में सकारात्मक घरेलू आर्थिक आंकड़ें जारी हुए हैं। विदेशी मुद्रा विश्लेषकों ने कहा कि पूरे एशिया में नकारात्मक इक्विटी बाजारों के बीच विदेशी फंड के निरंतर बहिर्वाह के कारण भारतीय मुद्रा दबाव में बनी हुई है।
आज अंतरबैंक विदेशी मुद्रा में रुपया 83.25 पर खुला और ग्रीनबैक के मुकाबले 83.23 से 83.25 के संकीर्ण दायरे में रहा। इसके बाद में यह डॉलर के मुकाबले गुरुवार के बंद स्तर 83.24 पर सपाट हो गया। वहीं, अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 3 पैसे की बढ़त के एक दिन बाद बुधवार को रुपया 7 पैसे की बढ़त पर बंद हुआ था।
गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत की खुदरा मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर तीन महीने के निचले स्तर 5 फीसदी पर आ गई। जबकि अगस्त में फैक्ट्री उत्पादन 14 महीने के उच्चतम स्तर 10.4 प्रतिशत पर पहुंच गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के फॉरेक्स और बुलियन विश्लेषक गौरांग सोमैया ने कहा
इस बीच डॉलर सूचकांक में डॉलर 0.15 प्रतिशत कम होकर 106.44 पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.58 प्रतिशत बढ़कर 86.50 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार का हाल
आज शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 306.22 अंक या 0.46 फीसदी गिरकर 66,102.17 पर आ गया। वहीं, व्यापक एनएसई निफ्टी 73.60 अंक या 0.37 प्रतिशत गिरकर 19,720.40 पर आ गया। एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) गुरुवार को 1,862.57 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।