हिंसा संबंधी जांच के लिए दिल्ली से मणिपुर नहीं जाएंगे तीनों IPS, जानिए पूरा मामला

पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने दिल्ली पुलिस में तैनात 23 आइपीएस के कार्यक्षेत्र में बदलाव कर उन्हें नई जिम्मेदारी सौंपी हैं। सवा साल के कार्यकाल में अरोड़ा ने दूसरी बार बड़े स्तर पर आइपीएस के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया है।
कुछ आइपीएस जिन्हें पहली बार जिले में बतौर डीसीपी लगाया गया था, उनका कामकाज पसंद न आने व उनमें नेतृत्व क्षमता की कमी महसूस होने पर अरोड़ा ने उन्हें जिले से हटाकर दूसरी यूनिटों की नई जिम्मेदारी सौंपी है।
दैनिक जागरण ने बीते सात अक्टूबर को आयुक्त द्वारा दस से अधिक आइपीएस के कार्यक्षेत्र बदलने की खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी।
Manipur में हुई शांति बहाल
एक माह पहले सीबीआइ के अनुरोध पर दिल्ली पुलिस में तैनात जिन तीन आइपीएस श्वेता चौहान, ईशा पांडेय व हरेंद्र कुमार सिंह को मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) की जांच के लिए नामित किया गया था। मणिपुर में शांति बहाल हो जाने के कारण अब उन्हें वहां नहीं भेजा जाएगा।
मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेशों व कुछ राज्यों में तैनात आइपीएस को मणिपुर हिंसा की जांच के लिए वहां जाने के लिए नामित किया गया था, लेकिन उक्त आदेश का एक माह बीत जाने के बाद भी नहीं बुलाने के कारण अब उक्त आदेश को रद्द ही समझा जा रहा है।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर, डीसीपी व एडिशनल डीसीपी के कार्यक्षेत्र बदलने के बाद अब विशेष आयुक्त व संयुक्त आयुक्त के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव किए जाएंगे। संभवत: अगले हफ्ते छह से अधिक वरिष्ठ आइपीएस के कार्यक्षेत्र बदल दिए जाएंगे। इसकी भी सूची तैयार हो चुकी है।
किसे मिली क्या जिम्मेदारी?
नए आदेश के मुताबिक नई दिल्ली रेंज के एडिशनल पुलिस कमिश्नर विक्रमजीत सिंह को पश्चिमी रेंज भेजा गया है। ट्रैफिक में तैनात एडिशनल पुलिस कमिश्नर दीपक पुरोहित को नई दिल्ली रेंज की जिम्मेदारी सौंपी गई।
पश्चिमी रेंज के एडिशनल पुलिस कमिश्नर चिन्माय बिस्वाल को ट्रैफिक भेजा गया है। वह कुछ समय बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे। उत्तरी जिले के डीसीपी सागर सिंह कलसी को लाइसेंसिंग का डीसीपी बनाया गया है। ये केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाना चाह रहे हैं।
डीई सेल के डीसीपी सत्यवीर कटारा को डीसीपी भर्ती बनाया गया है। बाहरी जिले के डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह को सिक्योरिटी में भेजा गया है। वह पहली बार डीसीपी लगे थे और महज एक साल ही जिले में रह पाए।
ये भी कुछ समय बाद केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाएंगे। उत्तरी जिले में तैनात एडिशनल डीसीपी मनोज कुमार मीणा को उसी जिले का डीसीपी बना दिया गया। एडिशनल डीसीपी उत्तर-पूर्वी जिम्मी चिरम को बाहरी जिले का डीसीपी बनाया गया।
नई दिल्ली में तैनात हेमंत तिवारी बने आइएफएसओ के डीसीपी
डीसीपी आइएफएसओ प्रशांत प्रिय गौतम को ट्रैफिक भेज दिया गया। प्रशांत ने तबादला रुकवाने के लिए काफी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाए। नई दिल्ली जिले में तैनात हेमंत तिवारी को आइएफएसओ का डीसीपी बनाया गया है।
पूर्वी जिले में तैनात एडिशनल डीसीपी शशांक जायसवाल को ट्रैफिक का डीसीपी बनाया गया। इसके अलावा सुधांशु वर्मा को उत्तरी जिले का एडिशनल डीसीपी, अचिन गर्ग को पूर्वी जिले का एडिशनल डीसीपी, श्वेता के सुगाथम को उत्तरी जिले का एडिशनल डीसीपी, सिक्योरिटी में तैनात चेप्याला अंजिथा को आर्थिक अपराध शाखा का डीसीपी बनाया गया है।
इसके अलावा आइपीएस संजय कुमार, सुबोध कुमार गोस्वामी, अमित कौशिक, रविकांत कुमार, गौरव गुप्ता, मानस्वी जैन, बलराम व मनीष जोरवाल को नई जिम्मेदारी दी गई है।