लोकसभा चुनाव की तैयारियों का डिप्टी सीएम ने लिया जायजा, जानिए फूलपुर क्यों है खास…
मिशन 2024 में जुटी भाजपा ने रणनीतिक तैयारी को धरातल पर उतारना शुरू कर दिया है। शीर्ष नेता क्षेत्र में प्रवास बढ़ा रहे हैं। प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र की थाह ली जा रही है। टिकट के दावेदार जीत का दंभ भर रहे हैं तो प्रवासी पर्यवेक्षक मूल्यांकन में जुटे हैं। पिछले दिनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रयागराज और कौशांबी का दौरा किया। वह यहां पांच दिन रहे। तीन दिन संगम नगरी तो दो दिन कौशांबी।
इस दौरे के दौरान उन्होंने दर्जनभर कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर राजनीतिक हवा के रुख को भांपने की कोशिश की। पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के घर जाकर अनौपचारिक संवाद भी किया। उन्होंने चुनाव से पहले ही तैयारियों को भांपना शुरु कर दिया।
फूलपुर सहित सभी 80 सीटों को जीतना का दावा
उपमुख्यमंत्री केशव ने अब तक के सबसे लंबे इस प्रवास में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में दावा किया कि फूलपुर सहित सभी 80 सीटों को जीतेंगे। इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। प्रथम यह कि फूलपुर सीट से केशव सांसद रह चुके हैं। वह इसे प्रतिष्ठा की सीट मानते हैं। दूसरा यह, दोबारा वह यहां से ताल ठोक सकते हैं। पार्टी से सिग्नल का इंतजार है।
पुत्र योगेश के लिए तलाश रहे संभावनाएं
चर्चा यह भी है कि केशव अपने पुत्र योगेश के लिए संभावनाओं की तलाश में हैं। यह बात तब और महत्वपूर्ण हो जाती है जब पूर्व कैबिनेट मंत्री व इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट से विधायक सिद्धार्थनाथ सिंह का भी नाम आया हो।
इन सभी का लिटमस टेस्ट
वर्तमान में यहां से सांसद केशरी देवी पटेल को अधिक उम्र का हवाला देकर टिकट के दावे को कमतर माना जा रहा है। उनके पुत्र व पूर्व विधायक दीपक पटेल भी इस दौड़ में शामिल हैं। कई और नाम चर्चा में हैं।
इसी तरह इलाहाबाद संसदीय सीट से सांसद डा. रीता बहुगुणा जोशी का दावा भी अधिक उम्र के नाते कमजोर कहा जा रहा है। यहां से हरिकृष्ण शुक्ल, संगम लाल मिश्र, भगवत पांडेय, योगेश शुक्ला, पूर्व विधायक नीलम करवरिया जैसे दर्जनभर नाम तैर रहे हैं।
बैठक में सक्रियता बढ़ाने पर जोर
केशव ने आंशिक तौर पर गंगापार, यमुनापार और महानगर के नवनियुक्त जिलाध्यक्षों के साथ बैठक में किया। काशी क्षेत्र उपाध्यक्ष अवधेश गुप्ता का कहना है कि जिलाध्यक्षों के साथ बैठक औपचारिक थी। संगठन के कार्यों को लेकर हुई मुलाकात में बूथ व मंडल के पदाधिकारियों की सक्रियता बढ़ाने पर विमर्श हुआ।
जीतने के लिए जोर लगा रही है बीजेपी
रही बात फूलपुर सीट की तो पार्टी प्रदेश की सभी सीटों को जीतने के लिए जोर लगा रही है। फूलपुर को पटेल बाहुल्य होने व उसी बिरादरी के नेता को टिकट के संबंध में कुछ न कहते हुए उपमुख्यमंत्री ने बस इतना कहा कि इलाहाबाद उत्तर और इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट के मतदाता चुनाव नतीजों को प्रभावित करने में सक्षम हैं।