गाजा पट्टी से आज इजराइल की तरफ दागे गए मिसाइल, कई लोगों की मौत
गाजा पट्टी से आज इजराइल की तरफ दर्जनों रॉकेट दागे गए। इसके बाद इजराइल में चेतावनी वाले सायरन बजने लगे। न्यूज एजेंसी एएफपी के पत्रकार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 06:30 बजे गाजा में कई स्थानों से रॉकेट दागे गए। इजरायली सेना ने एक घंटे से अधिक समय तक देश के दक्षिण और मध्य क्षेत्रों में सायरन बजाते हुए चेतावनी जारी की। जनता से बम आश्रयों के पास रहने का आग्रह किया। सेना ने अधिक जानकारी दिए बिना यह कहा, “गाजा पट्टी से कई आतंकवादियों ने इजरायली क्षेत्र में घुसपैठ की है।”
मध्य इजराइल में एक इमारत पर रॉकेट गिरने के बाद 70 वर्षीय एक महिला की हालत गंभीर हो चुकी है। एक अलग घटना में चिकित्सकों ने कहा कि एक 20 वर्षीय व्यक्ति छर्रे लगने से मामूली रूप से घायल हो गया। वहीं, इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री जल्द ही हिंसा पर सुरक्षा प्रमुखों को बुलाएंगे। इन रॉकेट हमलों की फिलहाल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है।
हमास आतंकवादी समूह के सत्ता में आने के बाद 2007 से इजराइल ने गाजा पर गंभीर नाकाबंदी लगा दी है। फिलिस्तीनी उग्रवादियों और इजराइल ने तब से कई विनाशकारी युद्ध लड़े हैं। सिंतबर में फिर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। इजराइल ने दो सप्ताह के लिए गजान श्रमिकों के लिए सीमा बंद कर दी थी। इसके बाद काफी प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने इजरायली सैनिकों पर टायर जलाकर और पत्थर और पेट्रोल बम फेंका। सैनिकों ने आंसू गैस के गोले और गोलियों से जवाब दिया था।
28 सितंबर को उनके मार्ग को फिर से शुरू करने से 23 लाख लोगों को फिर से शांत होने की उम्मीद जगी थी। इसके बाद मई में इजरायली हवाई हमलों और गाजा रॉकेट हमले के परिणामस्वरूप 34 फिलिस्तीनियों और एक इजरायली की मौत हो गई।
इजरायली और फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इस वर्ष अब तक संघर्ष में कम से कम 247 फिलिस्तीनी, 32 इजरायली और दो विदेशी मारे गए हैं। अधिकांश मौतें वेस्ट बैंक में हुई हैं, जिस पर 1967 के अरब-इजरायल संघर्ष के बाद से इजरायल ने कब्जा कर लिया है।