पाकिस्तान सरकार बिजली शुल्क में 3.28 प्रति यूनिट का कर सकता है बढ़ोतरी, पढ़ें पूरी खबर…
पाकिस्तान के नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी अथॉरिटी (NEPRA) ने तिमाही समायोजन (quarterly adjustment) के कारण बिजली शुल्क में 3.28 पाकिस्तानी रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया है। इसकी जानकारी पाकिस्तानी चैनल ARY न्यूज ने शुक्रवार को दी।
मिली जानकारी के अनुसार, NEPRA ने बिजली उपभोक्ताओं पर 160 अरब रुपये का अतिरिक्त बोझ डालने की तैयारी कर ली है। इसके साथ ही बिजली दरों में बढ़ोतरी करने का भी फैसला किया है।
नियामक प्राधिकरण ने वित्तीय वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही के समायोजन के तहत बिजली शुल्क में PKR 3.28 की वृद्धि का प्रस्ताव करते हुए कार्यवाहक संघीय सरकार को सारांश भेजा है।
2023-24 तक करना होगा अतिरिक्त भुगतान
संघीय सरकार की मंजूरी के बाद लागू होने वाली वृद्धि के-इलेक्ट्रिक उपभोक्ताओं पर भी लागू होगी। बिजली उपभोक्ताओं को अगले छह माह अक्टूबर 2023 से मार्च 2024 तक अतिरिक्त भुगतान करना होगा।
इस बीच, बिजली दरों में वृद्धि और बिजली बिलों में अत्यधिक करों को शामिल करने के खिलाफ पूरे पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन किया गया।
बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर अशांति ऐसे समय में आई है जब नकदी की कमी से जूझ रहा पाकिस्तान आर्थिक संकट का सामना कर रहा है और मुद्रास्फीति लगभग 29 प्रतिशत पर है।
पाकिस्तान की राहत योजना पर IMF ने क्या कहा?
इससे पहले, यह भी जानकारी सामने आई थी कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान को मासिक 200 यूनिट से अधिक बिजली का उपयोग करने वाले बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने से रोक दिया था।
सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तान की राहत योजना पर IMF ने कहा कि बिजली बिलों पर राहत देने से सर्कुलर कर्ज कम नहीं होगा।
बिलों के विलंबित भुगतान के मामले में राहत केवल उन उपभोक्ताओं को दी जाएगी, जो लगातार छह महीने से 200 यूनिट से कम का उपयोग कर रहे हैं।
ARY न्यूज के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि अगर किसी उपभोक्ता का बिल छह महीने में 200 यूनिट से अधिक आता है, तो राहत रद्द कर दी जाएगी।