ब्रिटिश सरकार और एयरलाइन के खिलाफ 33 साल बाद इस मामले पर होगी कानूनी कार्रवाई, जानिए…

इराक ने 1990 में कुवैत पर हमला किया था। इराक और कुवैत के इस युद्ध में ब्रिटेन के यात्री और चालक दल भी शिकार हुए। उस युद्ध में ब्रिटिश यात्री और चालक दल को बंधक बनाया गया। अब ब्रिटिश एयरवेज के यात्री और चालक दल के सदस्य जो उस उड़ान में शामिल थे उन्होंने ब्रिटिश सरकार और एयरलाइन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का इरादा किया है। एक कानूनी फर्म ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार बीए फ्लाइट 149 के सभी यात्रियों को उस वक्त फ्लाइट से उतार दिया गया जब सद्दाम हुसैन की सेना ने कुछ घंटों पहले कुवैत पर हमला किया था। इस मामले में यात्रियों का आरोप है कि अगर कुवैत के ब्रिटिश राजदूत ने एयरवेज़ को सूचना दे दी थी तो फिर क्यों उड़ान को वहां लैंड किया गया। 

कुछ यात्रियों ने चार महीने से अधिक समय कैद में बिताया

उड़ान में मौजूद 367 यात्रियों और चालक दल में से कुछ ने चार महीने से अधिक समय कैद में बिताया।  इराक और कुवैत के चल रहे युद्ध में कुछ यात्रियों को इराकी सेना ने पश्चिमी हमलों के खिलाफ मानव ढाल के रूप में भी पर्योग किया।

विमान में सवार पूर्व बीए कर्मचारियों और यात्रियों के एक समूह का प्रतिनिधित्व करते हुए, मैक्यू जूरी एंड पार्टनर्स ने कहा कि उड़ान में मौजूद सभी पीड़ित यह सुनिश्चित करने के लिए कानूनी कार्रवाई कर रहे हैं कि सच्चाई पूरी तरह से सामने आए, जिम्मेदार लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाए और उचित मुआवजे का भुगतान किया जाए।

एयरलाइन को पता था कि आक्रमण शुरू हो चुका है-पीड़ित 

कानूनी फर्म ने कहा कि बंधकों के पास सबूत मौजूद हैं कि यूके सरकार और एयरलाइन को “पता था कि आक्रमण पहले ही शुरू हो चुका था” लेकिन फिर भी उड़ान को उतरने की अनुमति दी गई। फर्म ने आगे की जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि “उड़ान का इस्तेमाल कुवैत में पूर्व विशेष बलों और सुरक्षा सेवाओं की एक ब्लैक ऑप्स टीम को शामिल करने के लिए किया जा रहा था।”

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