लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की समीक्षा करेंगे खरगे, कैबिनेट विस्तार पर भी होगी बातचीत
लोकसभा चुनाव के लिए इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस (इंडिया) को मजबूत करने के लिए कांग्रेस अपने स्तर पर चुनाव तैयारियों को लेकर कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती है। करीब डेढ़ दर्जन प्रदेशों की लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सितंबर में बिहार की समीक्षा करेंगे। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं।
बिहार में कांग्रेस राजद और जनता दल (यू) के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी। जबकि वर्ष 2019 में जद(यू), भाजपा और लोजपा ने गठबंधन में चुनाव लड़ा था। ऐसे में पार्टी 2024 से पहले बिहार में अपने संगठन को मजबूत करना चाहती है, ताकि लोकसभा चुनाव में गठबंधन में मिलने वाली सीट पर बेहतर प्रदर्शन कर सके। पार्टी गठबंधन में दस सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए उत्सुक है।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा था। पार्टी सिर्फ एक सीट जीतने में सफल रही, जबकि वर्ष 2014 में दो सीट मिली थी। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता किशोर कुमार झा मानते हैं कि पार्टी के लिए प्रदेश में काफी संभावनाएं हैं। चुनावी गठबंधन भी पार्टी के पक्ष में हैं। ऐसे में पार्टी को गठबंधन में ज्यादा सीट पर चुनाव लड़ने का प्रयास करना चाहिए।
लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री पद को लेकर भी चर्चा होगी। कांग्रेस दो कैबिनेट मंत्री पद की दावेदारी कर रही है। प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बिहार मंत्रिमंडल में जल्द विस्तार होना चाहिए, ताकि कांग्रेस को हिस्सेदारी मिल सके। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और राजद ने गठबंधन मे चुनाव लड़ा था।
बिहार लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा के लिए कांग्रेस ने 17 अगस्त को बैठक बुलाई थी, पर बाद में इसे टाल दिया गया। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि जिन राज्यों की समीक्षा नहीं हो पाई है, उनकी चुनाव तैयारियों की समीक्षा सितंबर में होने की उम्मीद है। इसमें प्रदेश कांग्रेस के तमाम बड़े नेता हिस्सा लेंगे।