ED ने माकपा विधायक मोइदीन के परिसरों पर मारा छापा, MLA ने कही यह बात
त्रिशूर, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने माकपा नियंत्रित करुवन्नूर सहकारी बैंक में कथित 100 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत मंगलवार को सीपीआई (M) विधायक ए सी मोइदीन और कुछ अन्य के परिसरों पर छापेमारी की थी।
इस छापेमारी को विधायक ने पूर्व नियोजित करार दिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वो ईडी की इस जांच में पूरी तरह सहयोग करेंगे। मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में उनके घर पर 22 घंटे तक तलाशी ली।
ईडी अधिकारियों ने पूरे परिसर की तलाशी ली: विधायक
तलाशी मंगलवार सुबह शुरू हुई थी और आज तड़के तक जारी रही। ईडी के अधिकारी सुबह 5.15 बजे रवाना हुए। मीडिया को संबोधित करते हुए, पूर्व सहकारिता और उद्योग मंत्री ने कहा कि जांचकर्ताओं ने आवास पर रखे गए अन्य संपत्ति दस्तावेजों की जांच करने के अलावा उनके और उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खाते के विवरण का सत्यापन किया।
उन्होंने कहा, “ईडी अधिकारियों ने पूरे परिसर की तलाशी ली। मेरे बैंक खाते के विवरण, साथ ही मेरी पत्नी और बेटी के खातों की भी जांच की गई। घर में रखे गए संपत्ति के दस्तावेजों की भी जांच की गई।”
विधायक ने कहा- छापेमारी एक पूर्व नियोजित कदम था
उन्होंने कहा कि उन्हें जांचकर्ताओं ने बताया था कि एक व्यक्ति ने बयान दिया था कि उसने करुवन्नूर सहकारी बैंक में अनियमित रूप से ऋण देने के मानदंडों को बदलने में हस्तक्षेप किया था।
उन्होंने आगे कहा,”सामान्य मामले में, जांचकर्ता संबंधित व्यक्ति से उसके खिलाफ लगाए गए आरोप के बारे में पूछताछ करते हैं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसलिए मुझे लगता है कि छापेमारी एक पूर्व नियोजित कदम था।” हालांकि, पूर्व मंत्री ने स्पष्ट किया कि वह किसी भी तरह की जांच में सहयोग करेंगे।
लगभग आधा दर्जन परिसरों की तलाशी ली गई: सूत्र
67 वर्षीय मोइदीन एक वरिष्ठ सीपीआई (एम) नेता हैं और वह राज्य विधानसभा में कुन्नामकुलम निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय एजेंसी ने मंगलवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत की गई ताजा तलाशी के तहत दक्षिणी राज्य में लगभग आधा दर्जन परिसरों की तलाशी ली। इस मामले को लेकर पिछले साल अगस्त में भी ईडी की ओर से छापेमारी की गई थी। सूत्रों ने बताया कि “बेनामी” संपत्ति का ब्योरा जुटाने के सबूत के लिए मोइदीन और उससे जुड़े लोगों के आवास की तलाशी ली जा रही है।
ईडी ने कहा था कि केरल पुलिस द्वारा जुलाई 2021 में एफआईआर दर्ज किए जाने के बाद, रजिस्ट्रार ने अपने ऑडिट में 100 करोड़ रुपये से अधिक की गड़बड़ी पाई थी। केरल सरकार ने अगस्त 2021 में बैंक में इस कथित धोखाधड़ी का पता लगाने में कथित चूक के लिए 16 अधिकारियों को निलंबित कर दिया था।