वनटांगिया समुदाय को मुख्य धारा से जोड़ने के साथ उनके कौशल को भी निखार रही योगी सरकार

  • योगी सरकार ने प्रदेश के पिछड़े व अति पिछड़े वर्गों को विकास के साथ रोजगार से जोड़ने का किया प्रबंधन
  • गोण्डा के वनटांगिया समुदाय के कौशल विकास के लिए स्थापित किए गए वनटांगिया ग्राम प्रशिक्षण केन्द्र
  • रामगढ़ व महेशपुर वनटांगिया गांव में स्थापित हुए पहले वनटांगिया ग्राम प्रशिक्षण केन्द्र
  • नर्सिंग से लेकर ब्यूटीशियन तक का प्रशिक्षण पाएंगे वनटांगिया समुदाय के युवक और युवतियां

लखनऊ/गोण्डा, प्रदेश की योगी सरकार पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग को न केवल विकास की मुख्य धारा से जोड़ रही है बल्कि अब उन्हें कौशल विकास से जोड़कर रोजगार तक की व्यवस्था की जा रही है। आजादी के अमृत काल में गोण्डा का वनटांगिया समुदाय अब अपने पैरों पर खड़ा हो रहा है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप गोण्डा जिला प्रशासन की पहल पर जनपद के नवाबगंज और मनकापुर ब्लॉक के चार वनटांगिया गांवों में युवक और युवतियों के कौशल विकास के लिए वनटांगिया ग्राम प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी नेहा शर्मा की पहल पर सोमवार को जनपद के पहले दो वनटांगिया ग्रामों में प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित भी कर दिए गए हैं। यह वनटांगिया ग्राम प्रशिक्षण केन्द्र नवाबगंज ब्लॉक के रामगढ़ वनटांगिया गांव और महेशपुर वनटांगिया गांव में स्थापित किए गए हैं। इसके साथ ही, अगले सप्ताह मनकापुर के अशरफाबाद व बुटहनी वनटांगिया ग्रामों में भी इन प्रशिक्षण केन्द्रों की शुरुआत की जाएगी।

सड़क, बिजली के बाद अब कौशल विकास

प्रदेश के पिछड़े और अति पिछड़े वर्गों को विकास की मुख्यधारा में जोड़ना योगी सरकार की प्राथमिकता में है। मुख्यमंत्री के प्रयासों का प्रतिफल है कि देश की आजादी के कई दशकों बाद भी विकास की मुख्यधारा से कटे गोण्डा के वनटांगिया समूह का जीवन अब बदल रहा है। सीएम योगी की पहल पर रामगढ़ वनटांगिया गांव को मुख्य मार्ग से जोड़ने के लिए न केवल सड़क का निर्माण कराया गया बल्कि, आजादी के 76 वर्षों बाद पहली बार इस गांव में बिजली तक पहुंचाने का काम किया गया है। इस समुदाय के लोगों के लिए रोजगार की व्यवस्था करने के लिए अब उत्तर प्रदेश कौशल विकास योजनान्तर्गत वनटांगिया ग्रामों में प्रशिक्षण केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं।

सिलाई-कढ़ाई से लेकर नर्सिंग कोर्स तक

सीएम योगी के निर्देश पर जिलाधिकारी नेहा शर्मा के आदेश पर बीते दिनों वनटांगिया गांव का सर्वे कराया गया। इस दौरान वनटांगिया ग्रामों के 18 से 35 वर्ष युवक और युवतियों के बीच सर्वे किया गया। जिसमें, युवतियों द्वारा ब्यूटिशियन व नर्सिंग कोर्स को लेकर रुझान दिखाया गया। इसके आधार पर इनके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का चयन किया गया है। अशरफाबाद व बुटहनी वनटांगिया गांव में सिलाई, बुनाई और नवाबगंज के रामगढ़ व महेशपुर वनटांगिया गांव में ब्यूटीशियन व नर्सिंग का कोर्स संचालित किया जाएगा। दोनों ही विकासखण्डों में दो-दो बैच संचालित किए जाएंगे। हर बैच में 27-27 प्रशिक्षु होंगे।

सीएम योगी ने वनटांगिया समुदाय को दिलाई पहचान

पूर्वांचल के वनटांगिया समुदाय का इतिहास पुराना है। इन्हें अंग्रेजों ने जंगलों में बसाया था। आजादी के 70 दशक बाद भी इनका वजूद राजस्व अभिलेखों में न होने की वजह से यह समाज और विकास की मुख्यधारा से कटे हुए थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मई 2018 में गोण्डा के वनटांगिया गांवों को राजस्व ग्राम घोषित कर मुख्यधारा से जोड़ा। इससे वन क्षेत्रों में बसे इन वन ग्रामों के निवासियों को सड़क, राशन, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य मूलभूत सुविधाओं से लाभान्वित करने की प्रक्रिया शुरू हो सकी। जलौनी लकड़ी काटकर और बेचकर पेट पालने वाले वनटंगिया के परिवार को आजादी के बाद पहली बार वोट करने का हक मिला।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker