‘CM बनना है तो शरद पवार को NDA में लाओ, PM मोदी का अजित पवार से वादा’, कांग्रेस नेता का दावा

महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार के बयान से मुंबई से लेकर दिल्ली तक के सियासी गलियारों में हंगामा मच गया है। उन्होंने बुधवार को दावा किया कि अजित पवार को बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस शर्त पर अपने साथ लाए हैं कि वह शरद पवार को भी अपने साथ ले आएंगे। कांग्रेस नेता का दावा है, ”बीजेपी और पीएम मोदी ने अजित पवार से कहा है कि अगर वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने के अपने सपने को हासिल करना चाहते हैं तो उन्हें अपने चाचा शरद पवार को एनडीए में शामिल कराना होगा।”

एनसीपी सुप्रीमो और उनके भतीजे की कथित गुप्त बैठक के बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने यह जवाब दिया। कांग्रेस नेता ने कहा कि यही कारण है कि अजित पवार बार-बार सीनियर पवार से मिल रहे हैं।

भाजपा को क्यों है शरद पवार की जरूरत?

उन्होंने कहा, “भाजपा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले आशंकित हो गई है। दो पार्टियों के बंटवारे के बाद भी वह संतुष्ट नहीं है। इसलिए वह एनसीपी प्रमुख को अपने साथ लाना चाहती है। वह जानती है कि वह देश भर के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं। उनकी एक बड़ी जन अपील है। इसलिए, उन्हें लोकसभा चुनाव में जीत के लिए उनके समर्थन की सख्त जरूरत है।”

चाचा-भतीजे की गुप्त मीटिंग पर क्या बोलीं सुप्रिया सुले

वहीं, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने बुधवार को कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि पिछले सप्ताह पुणे के एक उद्योगपति के घर पर शरद पवार और अजित पवार के बीच क्या बातचीत हुई थी। कोरेगांव पार्क क्षेत्र में 12 अगस्त को उद्योगपति अतुल चोरडिया के आवास पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) संस्थापक शरद पवार और उनके भतीजे एवं महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के बीच एक बैठक हुई थी। बारामती से लोकसभा सदस्य सुले ने कहा कि वह बैठक में मौजूद नहीं थीं और उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है कि वहां क्या हुआ था। सुले ने कहा, ”दादा (अजित पवार) के जन्म से पहले भी पवार और चोरडिया परिवारों के बीच अच्छा संबंध था क्योंकि (अतुल) चोरडिया के पिता और पवार साहब कॉलेज में एक साथ थे। इसलिए, अगर दोनों परिवार मिलते हैं तो इसमें आश्चर्य की कोई बात नहीं है।” 

अजित पवार के रुख के बारे में सुले ने कहा कि मतभेद होते रहते हैं और इसे स्वस्थ लोकतंत्र के संकेत के रूप में देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि शरद पवार की बहन सरोज पाटिल दिवंगत कॉमरेड डॉ. एन डी पाटिल की पत्नी हैं, लेकिन (शरद) पवार और पाटिल कई मौकों पर एक-दूसरे के खिलाफ खड़े हुए। उन्होंने कहा, ”इसका मतलब यह नहीं कि बुआ का हमारे प्रति प्यार कम हो गया है। हमारे परिवार में, निजी संबंध एक तरफ हैं और राजनीतिक विचार दूसरी तरफ है।” 

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