भाजपा ने तेज की चुनावों की तैयारी, पीएम मोदी लेंगे जायजा, आज शाम होगी महाबैठक
अगले कुछ महीनों में होने वाले कई राज्यों के विधानसभा चुनावों की तैयारी भाजपा ने तेज कर दी है। खुद पीएम नरेंद्र मोदी इन तैयारियों का जायजा ले रहे हैं और आज भाजपा मुख्यालय में उनकी अध्यक्षता में एक मीटिंग होने जा रही है। शाम को होने वाली इस मीटिंग में चुनाव की तैयारियों पर चर्चा होगी। बैठक में अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय चुनाव समिति के अन्य सदस्य भी शामिल होंगे। भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति पार्टी की शीर्ष संस्थाओं में से एक है, जो चुनावी रणनीति तैयार करती है। इसके अलावा उम्मीदवारों के चयन पर भी इसमें ही मुहर लगती है।
आमतौर पर केंद्रीय चुनाव समिति की बैठकें चुनाव के ऐलान के बाद ही होती हैं, लेकिन कई महीने पहले ही मीटिंग आहूत करने से साफ है कि भाजपा कोई चांस नहीं लेना चाहती। इस साल राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगान में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसके अलावा पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम में भी इलेक्शन होना है। इनमें से छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में विपक्ष की सरकारें हैं। 2024 के आम चुनाव से पहले भाजपा यहां जीत हासिल करना चाहेगी। तीनों ही राज्यों में लोकसभा सीटों की अच्छी खासी संख्या है।
मिजोरम में भी स्थिति भाजपा के लिए बहुत अनुकूल नहीं दिखती। हाल ही में संसद में विश्वास मत प्रस्ताव के दौरान मिजोरम में भाजपा की सहयोगी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट ने उसके खिलाफ वोट दिया था। पार्टी ने मणिपुर के हालात संभालने में भाजपा पर असफल रहने का आरोप लगाया। वहीं मध्य प्रदेश में भले ही भाजपा लंबे समय से सत्ता में बनी हुई है, लेकिन इस बार कांग्रेस एकजुट दिख रही है। दो दशकों की एंटी-इनकम्बैंसी और कांग्रेस की मजबूती उसके लिए चैलेंज हो सकती है। लेकिन भाजपा शिवराज सिंह चौहान के चेहरे और लाडली बहना योजना जैसी नई स्कीमों के जरिए नए सिरे से पैठ बनाने की कोशिश में है।
भाजपा के लिए खासतौर पर मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ ही अहम हैं। इन तीनों ही राज्यों से लोकसभा की कुल 65 सीटें आती हैं। ऐसे में भाजपा चाहेगी कि तीनों ही राज्यों में वह सत्ता तक पहुंचे और उसका लाभ लोकसभा चुनाव में भी मिले। इन चुनावों को 2024 के लिए सेमीफाइनल के तौर पर भी देखा जा रहा है। हालांकि 2018 में यहां भाजपा को राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हार मिली थी, लेकिन 2019 के आम चुनाव में उसे बंपर जीत मिली। हालांकि बाद में मध्य प्रदेश में भी उसने सिंधिया गुट को तोड़कर फिर से सत्ता हासिल कर ली।