उत्तराखंड में आई फ्लू के केस बढ़ने पर प्रशासन ने अलर्ट किया जारी
उत्तराखंड में आई फ्लू के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी किया है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार की ओर से जारी आदेश में सभी अस्पतालों को तैयार करने के लिए कहा गया है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने कहा कि राज्य में आई फ्लू के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
सभी जिला अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में रोजाना बड़ी संख्या में मरीज पहुंच रहे हैं। ऐसे में सभी अस्पतालों को तैयार रहने और सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने सभी सीएमओ को दवाओं की उपलब्धता भी सुनिश्चित करने को कहा है। सभी लोगों से अपील की गई है कि आंखों में आई फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर चिकित्सक से संपर्क करें। डॉक्टर की सलाह के बिना दवाओं का उपयोग न करें।
आई फ्लू के लक्षण
डॉक्टरों के अनुसार, आंखों में लाली आना एवं लगातार खुजली जलन होना, उजाले के प्रति संवेदनशीलता, पलके सूजना और नजर संबंधी दिक्कत होना।
रुद्रप्रयाग के दो गांवों में 66 लोग आई फ्लू से संक्रमित
अगस्त्यमुनि ब्लॉक के कुरझण और चापड़ गांव में ग्रामीणों के आई फ्लू से ग्रसित होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग ने गांवों में मेडिकल टीम भेजकर आई स्क्रीनिंग कैंप आयोजित किए। कैंप में 91 ग्रामीणों की आई स्क्रीनिंग की गई, जिनमें से 66 में आई फ्लू के लक्षण मिलने पर उन्हें दवा दी गई। साथ ही ग्रामीणों को जागरूक भी किया गया। डॉक्टरों ने संक्रमित व्यक्ति को दूरी बनाए रखने एवं चश्मा पहनने की अपील की।
बचाव कैसे करें
अपने हाथों को बार बार धोएं, रूमाल, तकिये के कवर, तौलिये आदि चीजों को रोज धोएं, डॉक्टर से इलाज कराएं, घर से बाहर निकलने पर चश्मा पहने, तकिए के कवर को बार-बार बदलें, आंखों को हाथ से न छुएं, आंखों को हाथ से नहीं रगड़ना चाहिए।