अमेरिका में 6 साल के मासूम की हत्या मामले में माँ को कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद की सजा, जानें मामला
हर बच्चे के लिए मां ही उसकी सबकुछ होती है। अगर मां ही हत्यारी निकली तो इससे जघन्य कुछ भी नहीं। अमेरिका के एरिजोना शहर में सनसनीखेज वारदात सामने आई है। एक मां ने अपने 6 साल के मासूम को एक महीने तक पेशाब से सनी कोठरी में बंद करके रखा। बच्चे की भूख से तड़पकर मौत हो गई। कोर्ट ने इस जघन्य कांड के लिए महिला को दोषी ठहराया है। उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। अदालत ने मामले में टिप्पणी करते हुए इस कार्य को बेहद जघन्य, क्रूर और भ्रष्ट करार दिया।
द न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, 29 वर्षीय एलिजाबेथ आर्चीबेक ने अपने बेटे 6 साल के बेटे देशौन मार्टिनेज की 2020 में क्रूरता पूर्वक हत्या कर दी थी। मई महीने में महिला को अदालत ने दोषी ठहराया था। सुनवाई के दौरान कोकोनिनो सुपीरियर कोर्ट के न्यायाधीश टेड रीड ने महिला ने कहा कि उसके “जघन्य, क्रूर और भ्रष्ट व्यवहार” के लिए “शेष जीवन” के लिए कारावास भेजा जाना चाहिए।
खौफनाक कांड की गवाह बनी पुलिस
फ्लैगस्टाफ पुलिस अधिकारी मेलिसा सी ने महिला को इस जघन्यकांड पर सजा सुनाए जाने के दौरान गवाही दी। कहा कि उसने अपने पूरे जीवन में कभी भी “इतना भयावह” कुछ नहीं देखा था, जब उसने देशौन को उसके परिवार के अपार्टमेंट में “सिर्फ हड्डियों के ढांचे” में पाया।
बच्चे के पिता और परिवार पर भी चलेगा मुकदमा
रिपोर्ट के मुताबिक, मासूम देशौन के पिता एंथोनी मार्टिनेज और दादी एन मार्टिनेज पर भी हत्या और बाल शोषण का आरोप लगाया गया है। लेकिन उन्होंने खुद को दोषी नहीं ठहराया है और उन पर अलग से मुकदमा चलाया जा रहा है। अदालत को बताया कि लड़के और उसके 7 वर्षीय भाई ने एक महीने तक 21 गुणा 25 इंच की कोठरी में कैद होकर प्रतिदिन 16 घंटे बिताए थे, जिसमें “मूत्र की गंदी, भयानक गंध” आ रही थी। दंपति चार बच्चों के माता-पिता थे। उनकी दो अन्य बच्चियां स्वस्थ पाई गईं।
खाना चुराने के लिए दी थी यह खौफनाक सजा
पुलिस ने कहा, जोड़े ने कांड के बाद स्वीकार किया था कि उन्होंने 6 वर्षीय देशौन और उसके भाई को रात में खाना चुराने की सजा के रूप में कोठरी में बंद रखा। इस दौरान उन्हें बहुत कम मात्रा में खाना दिया गया।