पूरे देश में लगेंगे यूपी जैसे जन आरोग्य मेले

  • योगी सरकार के इस अभियान को मॉडल के रूप में लेगी केंद्र सरकार, पूरे देश में लगेगा आयुष्मान मेला
  • फरवरी 2020 में सीएम योगी ने शुरू किये था साप्ताहिक मुख्यमंत्री आरोग्य मेला
  • तत्काल मिलता है इलाज, गंभीर रोगी होते हैं बड़े अस्पतालों में रेफर
  • पूरे प्रदेश में अब तक लग चुके हैं 106 मेले, 12 करोड़ से अधिक लोगों को मिल चुका है लाभ
  • केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की थी यूपी के इस मेले की तारीफ

लखनऊ, योगी का यूपी अब स्वस्थ होने की राह पर तेजी से बढ़ चुका है। इस सफल राह को देखते हुए अब पूरे देश में यूपी जैसे जन आरोग्य मेले लगेंगे। योगी सरकार के इस अभियान को केंद्र सरकार मॉडल के रूप में लेकर पूरे देश में आयुष्मान मेला लगाएगी। इस मेले में आए रोगियों को तत्काल इलाज मिलता है और गंभीर रोगी बड़े अस्पतालों में रेफर किए जाते हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा था कि स्वास्थ्य क्षेत्र में समृद्ध-स्वस्थ यूपी का सफल मॉडल अब पूरा देश लागू करेगा।

फरवरी 2020 में शुरू हुआ था जन आरोग्य मेला

समाज के अंतिम पायदान पर बैठे लोगों को स्वास्थ्य सुविधायें एवं सेवायें उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फरवरी 2020 से मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का शुभारंभ किया था। प्रत्येक रविवार को लगने वाले इस मेले में अब तक पूरे प्रदेश के 12 करोड़ से अधिक मरीज लाभान्वित हुए। इसका लाभ जन-जन को मिला।

अब तक लग चुके हैं 106 मेले

मेले के चौथे चरण का 62वां (कुल 106 वां) मेला 23 जुलाई 2023 को यूपी में आयोजित किया गया। स्वास्थ्य सुविधाओं, जांच-उपचार, गोल्डन कार्ड के वितरण के साथ ही स्वास्थ्य योजनाओं की उपलब्धता के कारण यह मेला आमजन के हित में रहा। इसे मरीजों ने काफी सराहा भी। इस मेले की सफलता को देखते हुए अब केंद्र सरकार भी पूरे देश में आयुष्मान मेला लगाने की तैयारी कर रही है।

मेले में 12 करोड़ से अधिक मरीज हो चुके हैं लाभान्वित

फरवरी 2020 से 23 जुलाई तक हुए आरोग्य मेले में 120173552 मरीजों को लाभ मिला। इसमें से 222051 गंभीर रोगियों को उच्च केंद्रो पर भेजा गया। इस दौरान 1328155 गोल्डेन कार्ड बने। वहीं 23 जुलाई को लगे 106वें मुख्यमंत्री आरोग्य मेले में सूबे के सभी 75 जनपदों में 1,48,152 रोगियों ने स्वास्थ्य जांच कराई। इसमें 60623 पुरुष, 61747 महिलाएं व 25782 बच्चे लाभान्वित हुए। गंभीर रोगों से ग्रसित 1052 मरीजों को उच्च चिकित्सालयों में भेजा गया। 5535 गोल्डेन कार्ड वितरित किये गये। इस मेले में फीवर के कुल 8545 केस आए, इसमें से 3403 रैपिड डायग्नोस्टिक टेस्ट किये गये। 17 मरीजों में मलेरिया के लक्षण पाए गए। डेंगू के 982 टेस्ट में से भी किसी में भी यह लक्षण नहीं मिले।

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