महाराष्ट्र: पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र इरशालवाड़ी गांव का किया दौरा
महाराष्ट्र, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। 19 जुलाई को खालापुर तहसील के अंतर्गत एक पहाड़ी ढलान पर स्थित आदिवासी गांव में भूस्खलन आने से लगभग 22 लोगों की मौत हो गई।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य सरकारी एजेंसियों द्वारा खोज और बचाव अभियान शनिवार सुबह तीसरे दिन फिर से शुरू हुआ। एनडीआरएफ के एक अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश के कारण शुक्रवार शाम करीब छह बजे तलाशी अभियान रोक दिया गया।
86 ग्रामीण अभी भी लापता
रायगढ़ जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के अनुसार, 229 गांव निवासियों में से 22 की मौत हो गई, 10 घायल हो गए, 111 सुरक्षित थे और 86 व्यक्तियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। शुक्रवार को जिन छह पीड़ितों के शव निकाले गए, उनमें से तीन पुरुष और तीन महिलाएं थीं।
अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में चार बच्चे शामिल हैं, जिनकी उम्र छह महीने से चार साल के बीच है। उन्होंने बताया कि इस घटना में मरने वाले एक परिवार के नौ सदस्यों में एक तीन साल का लड़का और उसकी छह महीने की बहन भी शामिल है। घटना में तीन पशुधन की भी मौत हो गई, जबकि 21 पशुओं को बचा लिया गया।
शिंदे सरकार ने दिए ये आदेश
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार को राज्य विधानसभा को बताया कि भूस्खलन की घटना के मद्देनजर, महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के सभी भूस्खलन-संभावित क्षेत्रों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का फैसला किया है। 22 जुलाई, 2021 को रायगढ़ जिले की महाड तहसील के तलिये गांव में भारी भूस्खलन में 87 लोगों की जान चली गई थी।