उत्तराखंड के कोटद्वार में बारिश के चलते पुलों पर खतरा, लोक निर्माण विभाग सुरक्षा में तैनात

कोटद्वार, उत्तराखंड के कोटद्वार में बारिश के चलते पुलों पर खतरा मंडरा रहा है। कोटद्वार क्षेत्र में इन दिनों बड़े पुलों पर मंडरा रहे खतरों को लेकर तमाम बातें हो रही हैं। लेकिन, गली-मोहल्लों को जोड़ने वाले बरसाती गदेरों पर बने छोटे पुलों की सुध लेने वाला कोई नहीं। सिंचाई महकमा जहां छोटे पुलों को लोक निर्माण विभाग की संपत्ति बता पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है। वहीं, लोक निर्माण विभाग बड़े पुलों की सुरक्षा में जुटा हुआ है।

करीब तेरह वर्ष पूर्व मालन नदी पर बना पुल धराशायी हुआ तो सरकारी तंत्र में खलबली मच गई। लेकिन, बीती 11 जुलाई को झंडीचौड़ क्षेत्र में तेलीस्रोत गदेरे पर बना पुल स्रोत के तेज बहाव की भेंट चढ़ गया। लेकिन, सरकारी तंत्र में कोई विशेष खलबली नहीं मची। दरअसल, बरसाती गदेरों पर बने पुलों पर सरकारी सिस्टम कभी ध्यान नहीं नहीं देता।

क्षेत्र में पनियाली गदेरा, तेलीस्रोत गदेरा, गिवईं गदेरा, ग्वालगढ़ गदेरा, बहेड़ा स्रोत, जामुन स्रोत मुख्य बरसाती गदेरे हैं, जिन पर दो दर्जन से अधिक छोटे पुल हैं। यह पुल क्षेत्र में कई गली-मोहल्लों को आपस में जोड़ते है। लेकिन, इन पुलों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। हालात यह हैं कि गली-मुहल्लों के यह पुल कब धराशायी हो जाते हैं, सरकारी सिस्टम को इसकी सुध भी नहीं रहती।

पुल के पिलर की बुनियाद हुई पूरी तरह खोखली

ताजा मामला आमपड़ाव-मानपुर को जोड़ने वाले पुल का है, जिसके पिलर की बुनियाद पूरी तरह खोखली हो चुकी है। लेकिन, इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। सिर्फ यही पुल नहीं, बल्कि क्षेत्र में कई अन्य पुलों पर संकट मंडरा रहा है। लेकिन, लोक निर्माण विभाग की ओर से अभी तक इन पुलों की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया है।

बाढ़ का कारण बनते हैं पुल

बरसाती गदेरों पर बने पुल कई मर्तबा बाढ़ का कारण भी बनते हैं। दरअसल, वन क्षेत्र से शहर की ओर आने वाले इन बरसाती गदेरों में कई बाद पेड़ भी बहकर आते हैं, जो गदेरों में बनी पुलिया में फंस जाते हैं। जिससे गदेरे का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है व गदेरे का पानी आवासीय कालोनियों में भर जाता है। पनियाली गदेरे में पुलों के कारण आई बाढ़ से अभी तक कई लोग अनायास ही काल का ग्रास बन गए। अन्य गदेरों में जन हानि तो नहीं हुई। अलबत्ता, घरों में गदेरे का पानी घुसने के कारण लोगों को नुकसान काफी हुआ।

अधिकारियों ने कही ये बात

‘बरसाती गदेरों में बने पुलों की देखरेख का जिम्मा लोक निर्माण विभाग के पास है। सिंचाई विभाग बरसाती गदेरों में बाढ़ सुरक्षा दीवार निर्माण का कार्य देखता है। …अजय जॉन, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग, कोटद्वार’

‘बरसाती गदेरों में पुलियाओं की मरम्मत का बजट वार्षिक मरम्मत मद से निकाला जाता है। पुलियाओं की स्थिति को लेकर फिलहाल कोई रिपोर्ट नहीं बनाई गई है। …सत्यप्रकाश, सहायक अभियंता, लोनिवि दुगड्डा’

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