फ्रांस से 26 राफेल लड़ाकू विमान, 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बी खरीदेगा भारत, रक्षा मंत्रालय ने सौदे को दी मंजूरी

भारत फ्रांस से 26 राफेल लड़ाकू विमान और 3 स्कॉर्पीन पनडुब्बी खरीदेगा। रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार को भारतीय नौसेना के लिए फ्रांस से 26 राफेल लड़ाकू विमान और तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पारंपरिक पनडुब्बियां खरीदने की योजना को मंजूरी दे दी है। अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि रक्षा अधिग्रहण परिषद ने भारतीय नौसेना के लिए तीन अतिरिक्त स्कोपीन श्रेणी की पनडुब्बियों के साथ 22 राफेल एमएस और 4 ट्विन सीटर ट्रेनर संस्करणों को मिलाकर 26 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने के प्रस्तावों को मंजूरी दे दी है। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि प्रस्तावों को रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की बैठक में मंजूरी दी गई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

सूत्रों ने कहा कि जिन सौदों को डीएसी ने मंजूरी दी है, उनकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के दौरान किए जाने की संभावना है। पीएम मोदी गुरुवार सुबह फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना हुए हैं। प्रस्तावों के अनुसार, भारतीय नौसेना को चार प्रशिक्षक विमानों के साथ 22 सिंगल सीटेड राफेल समुद्री विमान मिलेंगे। नौसेना इन लड़ाकू विमानों और पनडुब्बियों को तत्काल हासिल करने के लिए दबाव डाल रही है क्योंकि देश भर में सुरक्षा चुनौतियों के मद्देनजर सेना को इनकी कमी का सामना करना पड़ रहा है।

विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य और विक्रांत इस समय मिग-29 का संचालन कर रहे हैं और दोनों वाहकों पर परिचालन के लिए राफेल की जरूरत है। इस बीच, प्रोजेक्ट 75 के हिस्से के रूप में नौसेना द्वारा रिपीट क्लॉज के तहत तीन स्कॉर्पीन श्रेणी की पनडुब्बियों का अधिग्रहण किया जाएगा और इन्हें मुंबई में मझगांव डॉकयार्ड्स लिमिटेड में बनाया जाएगा।

अनुमान है कि ये डील 90,000 करोड़ रुपये से अधिक की होगी। फाइनल कीमत कॉन्ट्रैक्ट को लेकर बातचीत पूरी होने के बाद ही पता चलेगी। सूत्रों ने कहा कि भारत इस डील में रियायतों की मांग कर सकता है और योजना में अधिक ‘मेक-इन-इंडिया’ सामग्री रखने पर जोर देगा। उद्योग सूत्रों ने कहा कि राफेल-समुद्री सौदे के लिए भारत और फ्रांस द्वारा बातचीत के लिए एक संयुक्त टीम बनाने की उम्मीद है जैसा कि पिछले 36 राफेल लड़ाकू विमानों के के लिए किया गया था।

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