उत्तराखंड: जिम कार्बेट पार्क में यह करने पर एंट्री पर हमेशा के लिए लग सकती है रोक, जानिए….

दिल्ली-एनसीआर(Delhi-NCR), यूपी (UP) सहित देश के अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों के लिए बड़ा अपडेट सामने आया है। उनकी थोड़ी सी भी लापरवाही, या फिर यह गलती करने पर उनको जिंदगी भर सजा मिल सकती है। जिम कार्बेट पार्क में वन्य जीवों के मामला सामने आने के बाद पार्क ने सख्ती करने का मन बना लिया है। कॉर्बेट पार्क में वन्यजीवों के करीब जाने पर पर्यटकों का प्रवेश हमेशा के लिए बंद हो जाएगा। 

मालूम हो कि सीतावनी जोन में बाघिन के करीब जाकर वीडियो बनाने का मामला सामने आने के बाद कॉर्बेट नेशनल पार्क प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। पार्क प्रशासन ने जंगल सफारी के दौरान वन्यजीवों के करीब जाकर फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी पर रोक लगाते हुए ऐसे जिप्सी चालक, गाइड और जिप्सी वाहन को हमेशा के लिए प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है।

वहीं बीते दिवस वीडियो में बाघ के करीब जिप्सी ले जाने के आरोपी चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है।कॉर्बेट पार्क में सफारी कराने के लिए साढ़े तीन सौ से अधिक जिप्सी पंजीकृत हैं। जंगल सफारी के लिए पंजीकृत जिप्सी ही पर्यटकों को ले जाती हैं।

बीते बुधवार को पार्क से सटे सीतावनी जोन में बाघिन के करीब पहुंचकर वीडियो बनाने का मामला सामने आया। वीडियो में सामने पहुंचने पर बाघिन पर्यटकों पर हमले का प्रयास करती दिखाई दी है। इसके बाद पार्क प्रशासन ने कॉर्बेट पार्क में भी सख्ती बढ़ा दी है। डिप्टी डायरेक्टर दिगंत नायक ने बताया कि कॉर्बेट में वन्यजीवों के करीब जाने पर दो जिप्सी हाल ही में प्रतिबंधित की गई हैं।

वन्यजीवों के करीब जाने से पर्यटकों की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। उन्होंने बताया कि कॉर्बेट में बाघ सहित किसी भी वन्यजीवों के पास जिप्सी में सवार पर्यटक गए तो संबंधित चालक, गाइड और जिप्सी वाहन को हमेशा के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा।

गाइडलाइन तय करने को बैठक जल्द

वाइल्ड लाइफ वार्डन दिनेश सिंह मंगला ने बताया कि कॉर्बेट पार्क में जिप्सी मालिक, चालक, नेचर गाइडों की बैठक जल्द बुलाई जाएगी। इसमें पार्क में सफारी के दौरान सावधानियां बरतने की गाइडलाइन तय की जाएगी। किसी भी हालत में वन्यजीवों के करीब जिप्सी न ले जाने की बैठक में हिदायत दी जाएगी। वन्यजीवों के करीब जिप्सी ले जाने पर हमेशा के लिए प्रतिबंधित किए जाने के बारे में संबंधित पक्षों को बताया जाएगा। बताया कि एनटीसीए के मानकों के अनुसार पार्क में 500 मीटर दूर से वन्यजीवों को देखने की अनुमति है।

पहली बार बाघ के करीब वाहन ले जाने पर चालक को जेल

बाघिन के करीब जाने का वीडियो वायरल होने के बाद रामनगर वन प्रभाग के डीएफओ कुंदन कुमाार ने बड़ी कार्रवाई की है। वन दरोगा वीरेंद्र पांडे ने बताया कि संबंधित जिप्सी के चालक आफताब आलम पुत्र गुलाम मोहम्मद निवासी गूलरघट्टी, रामनगर के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। गुरुवार को आरोपी चालक को न्यायिक हिरासत में लेकर जेल भेज दिया गया। रामनगर वन प्रभाग में पहली बार इस तरह के मामले में किसी जिप्सी चालक को जेल भेजा गया है।

फिलहाल बंद ही रहेगा सीतावनी जोन

वन दरोगा वीरेंद्र पांडे ने बताया कि गुरुवार सुबह भी सीतावनी में बाघिन दिखी है। बाघिन के मूवमेंट को लेकर वन विभाग की कई टीमें दिन-रात में गश्त कर रही हैं। उन्होंने बताया कि सीतावनी जोन को अग्रिम आदेश तक बंद ही रखा जाएगा। बाघिन के मूवमेंट पर नजर रखने को चार ट्रैप कैमरा लगाए हैं। जिनकी मॉनिटरिंग की जा रही है। रामनगर से पाटकोट आदि जाने वालों को सुरक्षा के बीच निकाला जा रहा है।

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