उत्तराखंड: पति ने मायके से लौटी पत्नी को गला रेतकर उतारा मौत के घाट, जानिए पूरा मामला…

तीन दिन पहले ही मायके से लौटी पत्नी को जरा भी भनक तक नहीं लगा पाई थी कि उसके पति के दिलोदिमाग में क्या चल रहा है। अपने कमरे में बेटी के साथ रात को चैन की नींद सो रही पत्नी को खौफनाक मौत की सजा मिली। पति ने धारदार हथियार से पत्नी का गला रेतकर मर्डर कर दिया। पति की इस हरकत के बाद घर में कोहराम मच गया है। पुलिस ने हत्यारोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। देहरादून जिले के कालसी तहसील के फटेऊ गांव में यह मर्डर हुआ है।

पति ने धारदार हथियार से गला रेत कर पति ने पत्नी की हत्या कर दी। सूचना मिलते ही तहसीलदार कालसी के नेतृत्व में राजस्व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और  शव को कब्जे में लेकर आरोपी पति गजेंद्र सिंह चौहान को गिरफ्तार कर लिया। महिला के शव के पंचनामा व पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। तहसीलदार का कहना है कि हत्या के कारणों की जांच की जा रही है।  बताया कि आरोपी पति ने हत्या करना स्वीकार किया है। मृत महिला के पिता रतन सिंह की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।  

आरोपी ने चार साल पूर्व की थी दूसरी शादी: गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे तहसील प्रशासन को फटेऊ गांव में एक महिला की हत्या होने की सूचना मिली। जिस पर तहसील प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। मौके पर पता चला कि फटेऊ गांव निवासी गजेन्द्र सिंह चौहान ने चार साल पहले दूसरी शादी की थी। गजेन्द्र गुरुवार को अपने घर में पत्नी गुड्डी देवी (35) वर्ष व ढाई साल की बेटी के साथ मौजूद था।

किसी बात को लेकर उसकी पत्नी से कहासुनी हो गयी। जिस पर गजेन्द्र सिंह गुस्से में आकर घर से बाहर आया जबकि गुड्डी देवी अपनी बेटी के साथ सो गई। इसी बीच गजेन्द्र सिंह धारदार हथियार लेकर घर में घुसा और पत्नी की गर्दन रेत कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी जंगल की ओर भाग गया।

मां की हत्या के बाद चिल्ला उठी मासूम बेटी

मां की हत्या के बाद बच्ची की नींद टूट गई। इसके बाद वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर हत्यारोपी गजेंद्र सिंह के छोटे भाई उदयवीर सिंह की पत्नी जैसे ही घर के अंदर घुसी तो जेठानी गुड्डी देवी का खून से लथपथ शव दिखाई दिया। उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर उदयवीर सिंह भी घर के अंदर गया। बाद में उसने सूचना गांव के लोगों को दी। 

सूचना मिलने पर तहसीलदार सुशीला कोठियाल के नेतृत्व में राजस्व पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में ले लिया। तहसीलदार कालसी सुशीला कोठियाल ने बताया कि मृतक महिला के मायके वालों को सूचना दे दी गई है। बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से आरोपी को गांव के समीप जंगल से गिरफ्तार कर लिया गया है। 

तीन दिन पूर्व मायके से आई थी गुड्डी

कालसी तहसील के फटेऊ गांव निवासी गजेंद्र सिंह पहले से शादीशुदा था। पहली पत्नी के दो बच्चे हैं। जिन्हे गजेंद्र सिंह ने चार वर्ष पहले छोड़ कर दूसरी शादी गुड्डी देवी से की थी। लेकिन मामूली कहासुनी के चलते उसने शादी के चार वर्ष के भीतर दूसरी पत्नी गुड्डी देवी की हत्या कर डाली। गुड्डी देवी व पति गजेंद्र दो दिन पहले ही गुड्डी देवी के मायके से लौट आये थे।

गजेंद्र सिंह पहले से शादीशुदा था। पहली शादी से उसका एक बेटा व बेटी है, लेकिन पत्नी से अनबन के चलते पहली पत्नी के तलाक देकर छोड़ दिया था। स्थानीय लोगों के अनुसार गजेंद्र सनकी किस्म का व्यक्ति है। जिसके चलते उसकी पहली पत्नी से हमेशा अनबन रहती थी।

जिसके चलते दो बच्चों के बावजूद पहली पत्नी गजेंद्र सिंह तंग आ गयी थी और पति को छोड़कर अपने दो बच्चों के साथ मायके चली गयी। जिसके बाद से वह मायके में ही रह रही है। पत्नी को छोड़ने के बाद गजेंद्र सिंह ने मसराड गांव की गुड्डी देवी से शादी की, लेकिन गुड्डी देवी के साथ भी गजेंद्र जीवन यापन नहीं कर पाया। ग्रामीणों के अनुसार पति पत्नी के बीच ठीक सबंध चल रहे थे। इन चार वर्षों में पति पत्नी के बीच कोई बड़ा मतभेद सामने नहीं आया।

15 अप्रैल को गजेंद्र व गुड्डी देवी व बेटी को साथ लेकर  हंसते खेलते गुड्डी देवी के मायके मसराड गये थे। जहां 15, 16 व 17 अप्रैल को गुड्डी देवी के मायके में ही रहे। 18 अप्रैल को पति पत्नी अपनी बेटी के साथ वापस अपने गांव फटेऊ लौट आये। गुरुवार दोपहर में बच्ची के साथ दोनों पति पत्नी आराम कर रहे थे। अचानक दोनों के बीच किसी बात को लेकर न जाने क्या ऐसी कहासुनी हुई कि गजेंद्र ने पत्नी को मौत के घाट उतार दिया।

कौन करेगा ढाई साल की बच्ची का पालन-पोषण

हत्यारे पिता गजेंद्र सिंह ने गुड्डी देवी की नृशंस हत्या कर ढाई वर्ष की बेटी के सिर से मां का साया हटा दिया है। पत्नी की हत्या के मामले में अब गजेंद्र जेल की सलाखों के पीछे चला गया। लेकिन ढाई साल की बच्ची के सिर से मां का साया हटने और पिता के जेल जाने के  अबोध दुधमुंही बच्ची की कौन देखभाल करेगा और कौन उसे पालेगा पोषेगा।

दुधमुंही बच्ची को तो अभी यह भी नहीं पता कि वह अपनी मां से हमेशा के लिए बिछुड़ गयी और पिता जेल चला गया। अब सवाल ये खड़ा हो गया कि इस अबोध दुधमुंही बच्ची का क्या होगा। कैसे उसका जीवन यापन होगा। क्या पिता ने उसकी मां की हत्या कर उसे दर-दर भटकने के लिए छोड़ दिया।

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