अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद अलर्ट हुई सरकार, पत्रकारों के लिए तैयार की जाएगी SOP

नई दिल्ली, केंद्रीय गृह मंत्रालय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए एसओपी तैयार करेगा, क्योंकि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पत्रकार बनकर तीन लोगों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या कर दी। सूत्रों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है।

उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए माफिया अतीक अहमद और अशरफ की काल्विन अस्पताल के पास हत्या कर दी गई। दोनों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए काल्विन अस्पताल परीक्षण के लिए ले जाया जा रहा था। उसी दौरान ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी गई।

अज्ञात वाहनों से आए हमलावर इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देकर आत्मसमर्पण कर दिया। जिले की सीमा को सील कर दी गई है। वहीं मौके पर पुलिस के साथ आरएएफ को भी बुला लिया गया है। इस घटना के कुछ देर पहले ही उमेश पाल हत्याकांड के विवेचक प्रभारी निरीक्षक धूमनगंज राजेश कुमार मौर्या पुलिस टीम के साथ अतीक और उसके भाई अशरफ को कसारी मसारी मुहल्ले मे ले गए थे। अतीक ने वहां नाटे तिराहे के पास झाड़ियों के बीच स्थित खंडहरनुमा मकान में झोले में छिपाकर रखे गए असलहा व कारतूस बरामद कराया था। पांच कारतूस पर पाकिस्तान आर्डिनेंस फैक्ट्री (पीओएफ) अंकित मिले थे।

अतीक ने यह भी बताया था कि उसके कहने पर ही गुर्गों ने असलहा और कारतूस को छिपा दिया था। करीब 10 लाख रुपये में कोल्ड पिस्टल खरीदी गई थी। घटना स्थल से कोल्ड पिस्टल का खोखा मिला था, जिसका बरामद पिस्टल से मिलान करवाया जाएगा। यहां से अतीक और अशरफ को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए काल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था कि साढ़े 10 बजे मेडिकल कराने के लिए काल्विन अस्पताल ले जा रहे थे। इसी दौरान तीन युवकों ने अतीक की कनपटी पर सटाकर गोली मार दी गई। अशरफ की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई।

पुलिस ने इस दौरान तीनों को पकड़ लिया। करीब 10 राउंड हुई फायरिंग में एक सिपाही भी घायल हो गया। पूरे जिले की सीमा को सील कर दिया गया है। शहर के संवेदनशील इलाकों में पुलिस और आरएएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं। पुराने शहर में दंगे की स्थिति है।

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