चीन में उइगरों पर हो रहे अत्याचार को लेकर बांग्लादेश में जोरदार विरोध प्रदर्शन, पढ़ें पूरी खबर

चीन में उइगरों के साथ हो रहे अत्याचार को लेकर बांग्लादेश में मुसलमानों का गुस्सा फूट पड़ा। बुधवार को बैरेन क्रांति की 33वीं वर्षगांठ के मौके पर देश के अलग-अलग हिस्सों में जोरदार विरोध प्रदर्शन हुए। राजधानी ढाका में बांग्लादेश खिलाफत आंदोलन (BKA) के नेता शाहीद जैदीन यूसुफ की अध्यक्षता में सम्मेलन का आयोजन हुआ। बैठक में भाग लेने वालों ने पूर्वी तुर्किस्तान (शिंजियांग) पर चीन के अवैध कब्जे को लेकर सवाल खड़े किए। साथ ही निर्दोष उइगर मुसलमानों पर हो रहे अत्याचारों की निंदा भी कई गई।

इस दौरान पूर्वी तुर्किस्तान में हान चीनियों को बसाने का मुद्दा भी उठाया गया। बांग्लादेश के मुस्लिमों ने इसे उइगर आबादी को कम करने का प्रयास बताया। प्रदर्शनकारियों ने चीनी सरकार को चेतावनी देने हुए कहा कि जल्द से जल्द इसे तरह के कदमों को रोकना चाहिए।

बीकेए ने पूर्वी तुर्किस्तान के लोगों की चीन के अवैध कब्जे से आजादी के लिए अपना समर्थन जताया। साथ ही इस में मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आगे आने और उइगर मुसलमानों का समर्थन करने का अपील की गई। इस्लामिक प्रोगोटोशिल जनता फ्रंट ने बैरेन दिवस मनाने के लिए ढाका स्थित बांग्लादेश फोटोजर्नलिस्ट ऑडिटोरियम में चर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें निजाम-ए-इस्लाम के मौलाना अब्दुर रशीद मजुमदार, बीकेए के मौलाना अबू जफर काशेमी, बांग्लादेश जमीयत-उलेमा-ए-इस्लाम के मौलाना शाहिदुल इस्लाम और अलेम मुक्तिजोध प्रोजोनमो फोरम के सलाहकार मौलाना कबीरुल इस्लाम समेत कई दिग्गजों ने हिस्सा लिया। इस दौरान चीनियों की ओर से उइगर मुसलमानों पर किए जा रहे अत्याचारों पर विस्तार से बातचीत हुई।

उइगर मुसलमानों के खिलाफ अत्याचारों की निंदा

बांग्लादेश मुहाजिर वेलफेयर एंड डेवलपमेंट कमेटी (BMWDC) की ओर से भी ढाका विश्वविद्यालय के पास विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इन लोगों ने यहां पर मानव श्रृंखला भी बनाई। इस कमेटी से जुड़े लगभग 200 प्रदर्शनकारियों ने जनता के बीच बर्चे बांटे जिसमें चीनी सरकार द्वारा उइगर मुसलमानों के खिलाफ किए गए अत्याचारों को उजागर किया गया था।

बीएमडब्ल्यूडीसी की ओर से चीन दूतावास को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। ओपन डायलॉग बांग्लादेश से जुड़े लोगों ने नेशनल प्रेस क्लब के सामने एक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। प्रदर्शनकारियों ने उइगर नरसंहार को लेकर चीन की कड़ी निंदा की। साथ ही चीन में उइगर मुसलमानों की दुर्दशा को उजागर करने वाले बैनर और पोस्टर भी लगाए गए।

’10 लाख से अधिक उइगर मुस्लिम अंडर अरेस्ट’

रंगपुर शहर के एमएम महासचिव मोहम्मद मुराद कौसर ने दावा कि चीन में 10 लाख से अधिक उइगर मुस्लिम अंडर अरेस्ट हैं। उन्होंने कहा कि चीनी उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाने वाले करीब 1,000 उइगर इस दिन शिंजियांग के बैरेन शहर में मारे गए थे। प्रदर्शनकारियों ने चीन को दुनिया का सबसे बड़ा अत्याचारी देश करार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि ड्रैगन अपने ही लोगों को मार रहा है, जैसा कि पाकिस्तान ने बांग्लादेशियों के साथ किया था।

बता दें कि ‘अलोकितो फाउंडेशन’ नाम के एनजीओ और ‘सैमिलिटो सामाजिक आंदोलन’ नाम के संगठन ने खुल्ना शहर में मानव श्रृंखला का आयोजन किया। इन लोगों की ओर से जुसूस भी निकाले गए। इस कार्यक्रम में इमामों और मौलानाओं समेत करीब 150-200 प्रदर्शनकारियों ने हिस्सा लिया।

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