अयोध्या में इस साल इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएगा शुरू, सीएम योगी के जनसभा को किया सम्बोधित
अयोध्या में बन रहा इंटरनेशनल एयरपोर्ट साल-2023 के अंत तक चालू हो जाएगा। अयोध्या के सभी परिक्रमा मार्ग 84 कोसी, पांच कोसी और 14 कोसी को फोरलेन और टू लेन में बदला जा रहा है। बस्ती के दुबौलिया में आयोजित जनसभा को सम्बोधित करते हुए मंगलवार को सीएम योगी ने कहा कि अब उड़ान के लिए बस्ती के लोगों को लखनऊ और गोरखपुर नहीं जाना पड़ेगा। सभी उड़ानें अयोध्या से ही होंगी। मुख्यमंत्री ने कहा पहले लोग बस्ती का मजाक उड़ाते थे, लेकिन अब बस्ती अत्याधुनिक नगरी बन गई है। जहां हजारों युवाओं को रोजगार देने का भी प्रयास किया जा रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि बस्ती जिला अयोध्या से सटा है। यहां पर हजारों वर्षों की विरासत है। इस धरती ने महर्षि वशिष्ठ के आश्रम में भगवान राम की परिकल्पना को सार्थक किया। मखौड़ा धाम में भगवान श्रीराम के जन्म का कारक पुत्रेष्टि यज्ञ हुआ। महर्षि वशिष्ठ के नाम पर बस्ती में मेडिकल कॉलेज की स्थापना की गई है। अब बस्ती आधुनिक बन रही है, यहां पर हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है। सरयू नदी को भगवान राम से जोड़ते हुए कहा कि नदी के संरक्षण का कार्य चल रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मखौड़ा धाम का मथुरा-काशी की तरह विकास होगा। कई परियोजनाएं यहां पर चल रही है। इसे तीर्थ क्षेत्र में शामिल किया जाएगा। रामजानकी मार्ग के महत्व को साझा करते हुए कहा कि यह वही मार्ग है जिस पर चलकर भगवान श्रीराम की बारात जनकपुर गई थी। सरकार विरासत को सजाने का कार्य कर रही है। राम जानकी मार्ग को सीतामढ़ी से जनकपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर दिया गया है। इस सड़क पर कार्य चल रहा है। मेडिकल कॉलेज के साथ इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलीटेक्निक, आईटीआई स्थापित हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने किसानों के लिए मुंडेरवा चीनी मिल को चालू कराया। यहां की चीनी विदेश में भी निर्यात हो रही है। यहां पर जल्द ही एथनॉल बनेगा, जिससे आप सभी की गाड़ियां चलेंगी। मिल में बिजली उत्पन्न करने वाली इकाई स्थापित है, जो क्षेत्र को जगमगाएगी। सरकार श्रमिकों के बच्चों और कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों के लिए अटल आवासीय विद्यालय बना रही है।
40 दिन में दो बार बस्ती आए योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक माह में दो बार बस्ती आए। पहली बार 18 फरवरी को राजभवन बस्ती में आयोजित मुंडन संस्कार में भाग लेने बस्ती आए। उन्होंने राजभवन को हेरिटेज बनाने का आश्वासन दिया। दूसरी बार 28 मार्च को दुबौलिया के एडी एकेडमी में पहुंच कर डॉ. वाईडी सिंह को श्रद्धांजलि दिया। हालांकि यह दोनों ही कार्यक्रम व्यक्तिगत रहे।