मसूरी में गैंगरेप के बाद लड़की को उतारा मौत के घाट, शव छिपने के लिए की ये हैवानियत

मसूरी की शांत वादियों में एक नाबालिग लड़की का शव मिलने से सनसनी फैल गई थी। छानबीन में जुटी पुलिस भी मामले को जान दंग रह गई थी। नाबालिग लड़की के साथ गैंगरेप करने के बाद आरोपियों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी। घिनौना कृत्य को छुपाने के लिए आरोपियों ने नाबालिग को मौत के घाट उतार दिया था। चेहरे पर तेजाब फेंक शव को पेड़ से लटाकर फरार हो गए थे। मामले में पुलिस ने छह साल से फरार एक इनामी को गिरफ्तार किया है।
हत्या को आत्महत्या दिखाने के लिए आरोपियों ने उसकी लाश को पेड़ पर लटाकर फरार हो गए थे। लेकिन, पुलिस जांच में सारा मामला खुल गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, मसूरी पुलिस ने नाबालिग किशोरी से गैंगरेप और हत्या के मामले में छह साल से फरार 25 हजार रुपये के इनामी आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
इस प्रकरण में सात लोग पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके हैं। जबकि, एक और आरोपी की तलाश जारी है। उधर, दून की कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है। एसपी सिटी सरिता डोबाल ने अनुसार, 13 जुलाई 2017 को मसूरी में चूनाखाला के जंगल में नााबालिग लड़की का शव पेड़ पर लटका मिला था।
वह उत्तरकाशी के पुरोला क्षेत्र की रहने वाली थी। इसके बाद 15 जुलाई 2017 को मसूरी कोतवाली में विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी गई। पुलिस को पता चला कि गैंगरेप के बाद किशोरी की गला दबाकर हत्या की गई। साक्ष्य छुपाने के लिए आरोपियों ने उसके चेहरे पर तेजाब तक डाला था।
प्रकरण में नौ आरोपियों का पता चला, जिनमें से सात गिरफ्तार कर लिए गए। लेकिन, दो फरार चल रहे थे। अब इनमें से एक इनामी को पुलिस ने बिहार के सीतामढ़ी में नेपाल बॉर्डर के पास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान बिट्टू साहनी उर्फ सुरेंद्र साहनी निवासी लक्ष्मीपुर सहियारा सीतामढ़ी बिहार के रूप में हुई। बिट्टू पर 25 हजार का इनाम रखा था।
आरोपी जयकरण भगत की तलाश जारी है। पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक दिगपाल सिंह कोहली, एसएसआई गुमान सिंह नेगी, एसआई शोएब अली, कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह शामिल रहे ।