ट्रांसफर के बाद भी स्कूल नहीं पहुंचे शिक्षक, छात्रों के भविष्य को लेकर अभिभावक संघ में नाराजगी

ओखलकांडा ब्लाक के डालकन्या क्षेत्र स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय पनखाल में दो महीने से तबादले के बावजूद शिक्षक नहीं पहुंचे हैं। जिससे 40 विद्यार्थियों की पढ़ाई और अन्य विभागीय कार्यों की जिम्मेदारी सिर्फ एक शिक्षिका पर निर्भर रह गई है। कई बार शिकायत के बावजूद कार्यवाही न होने पर बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित अभिभावक संघ में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

प्रभावित हो रही बच्चों की पढ़ाई

स्कूल में छह महीने पहले तक दो शिक्षक पढ़ाते थे। फिर एक शिक्षक जीवन चौहान का तबादला हो गया। इसके बाद स्कूल का जिम्मा सिर्फ एक शिक्षिका मुन्नी पनेरू पर आ गया। बच्चों की पढ़ाई समेत अन्य विभागीय कार्यों के चलते बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने लगी। यहां तक कि दो कक्षाओं के बच्चों को एक कक्षा में बैठाकर पढ़ाने और शिक्षिका के आपातकालीन अवकाश लेने पर स्कूल बंद करना पड़ रहा है। इससे परेशान अभिभावक संघ ने नवंबर में स्कूल में तालाबंदी कर दी थी। तब शिक्षा विभाग की ओर से आदेश जारी कर कोश्यार स्कूल के शिक्षक को कार्यव्यवस्था के तौर पर पनखाल और पतलोट के शिक्षक को कोश्यार स्कूल में भेजने का आदेश जारी किया गया।

इस वजह से शिक्षक नहीं ले रहे चार्ज

पनखाल विद्यालय से अभिभावक संघ अध्यक्ष हेम पनेरू और सदस्य कृष्णा पनेरू का कहना है कि पतलोट में पर्याप्त संख्या में शिक्षक होने के बावजूद घर पास होने के कारण संबंधित शिक्षक कोश्यार में चार्ज नहीं ले रहे हैं। जिस वजह से कोश्यार में बच्चों को कार्यव्यवस्था के तौर पढ़ा रहे शिक्षक पनखाल में पढ़ाने नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस संबंध में कई बार उच्चाधिकारियों से वार्ता की गई है, लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हो सकी है।

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