दिल्ली: LG वीके सक्सेना ने मनीष सिसोदिया को फिनलैंड जाने की दी अनुमति

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और सरकार के बीच शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने के मामले में कई बार पत्रों के माध्यम से एक-दूसरे पर आरोप लगाए थे। अब जानकारी आ रही है कि एलजी ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और उनके सचिव को यूएसए में आयोजित होने वाली टीईएसओएसल एजुकेशन कन्वेंशन में भाग लेने के लिए विदेशी दौरे की अनुमति दे दी है।

मनीष सिसोदिया और उनके सचिव की विदेश यात्रा को मंजूरी मिलने की जानकारी समाचार एजेंसी ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी है। एजेंसी ने लिखा, दिल्ली के एलजी ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और सचिव को पोर्टलैट, ओरेगन, यूएसए में आयोजित होने वाले टीईएसओएस एजुकेशन कन्वेंशन में हिस्सा लेने के लिए विदेशी दौरे की अनुमति दे दी है।

एजेंसी ने एक अन्य ट्वीट एलजी कार्यालय का हवाला देते हुए बताया कि शिक्षा विभाग ने कहा कि इस दौरे का खर्च आयोजकों (GNCTS) द्वारा किया जा रहा है, दिल्ली सरकार पर इस यात्रा का कोई दायित्व नहीं होगा।

वहीं, एलजी कार्यालय ने यह भी कहा कि यह देखते हुए कि दोनों बयान एक-दूसरे के विरोधाभासी थे और यह स्पष्ट नहीं था कि डिप्टी सीएम की यात्रा का खर्च सरकार उठाएगी या नहीं। प्रेस नोट के मुताबिक डिप्टी सीएम ने अपने सचिव और निदेशक के लिए भी TESOL एजुकेशन कन्वेंशन में जाने की मंजूरी मांगी थी।

संबंधित मंत्रायल से भी लेनी होगी मंजूरी

एलजी ने यह देखते हुए कि ये दोनों बयान एक-दूसरे के विरोधाभासी थे और यह स्पष्ट नहीं था कि दिल्ली सरकार सिसोदिया की यात्रा के लिए खर्च वहन करेगी या नहीं, प्रस्तावित यात्रा के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी, बशर्ते आवश्यक मंजूरी केंद्र सरकार और संबंधित मंत्रालयों की ओर से मिलेगी। जैसा कि केंद्र सरकार और FCRA से किसी भी राज्य के मंत्री या अधिकारी को विदेशी दौरे के मामले में मंजूरी लेनी होती है।

इसके अलावा दिल्ली सरकार और एलजी वीके सक्सेना को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड में स्कूली शिक्षकों को भेजने के सरकार के प्रस्ताव पर बार-बार वार-पलटवार देखा गया है। आम आदमी पार्टी एलजी पर दिल्ली के स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजने के प्रस्ताव को खारिज करने का आरोप लगा रही है। हालांकि, उपराज्यपाल कार्यालय किसी भी प्रस्ताव को खारिज करने के आरोपों से इनकार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि उन्होंने केवल राज्य को खर्च का हिसाब-किताब रखने की सलाह दी थी।  

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