भारत ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के निर्णय को किया स्वीकार…

भारत ने बुधवार को अधिसूचना जारी कर संयुक्त राष्ट्र द्वारा अब्दुल रहमान मक्की को वैश्विक आतंकी घोषित किए जाने के निर्णय को स्वीकार कर लिया। अब संयुक्त राष्ट्र के मानकों के अनुरूप मक्की पर भारत में भी प्रतिबंध लागू होंगे। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित होने के बाद अपराधी की सभी सदस्य देशों में संपत्ति जब्त कर ली जाती है। उसकी यात्रा पर प्रतिबंध लग जाता है। वह कोई भी लाइसेंसी हथियार नहीं रख सकता है।

आतंकी सरगना हाफिज सईद का रिश्तेदार है मक्की

मालूम हो कि मक्की पाकिस्तानी नागरिक है और उसका प्रतिबंधित संगठनों लश्कर-ए-तय्यबा और जमात-उद-दावा से नजदीकी संबंध रहा है। वह दोनों संगठनों का राजनीतिक मामलों का प्रमुख रहा है। मक्की मुंबई हमले के मास्टमाइंड रहे आतंकी सरगना हाफिज सईद का रिश्तेदार है। संयुक्त राष्ट्र के निर्णय से पहले भारत और अमेरिका अपने कानून के अनुसार उसे पहले ही आतंकी घोषित कर चुके हैं।

भारत और अमेरिका कर चुके हैं आतंकवादी घोषित

पाकिस्तान स्थित आतंकवादी अब्दुल रहमान मक्की को भारत के अथक प्रयासों के कारण ही उसको ‘वैश्विक आतंकवादी’ के रूप में सूचीबद्ध किया गया था। जनवरी में 1267 संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति के तहत मिक्की को वैश्विक आतंकी के रूप में अलग-थलग कर दिया गया था। मालूम हो कि भारत और अमेरिका पहले ही अपने घरेलू कानूनों के तहत मक्की को आतंकवादी घोषित कर चुके हैं। वह विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर में हिंसा और हमलों की योजना बनाने के लिए धन जुटाने, भर्ती करने और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने में शामिल रहा हैं।

मिक्की ने निभाई कई महत्वपूर्ण भूमिका

अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अनुसार साल 2020 में पाकिस्तान की एक आतंकवाद रोधी अदालत ने मक्की को आतंकवाद के वित्तपोषण के एक मामले में दोषी ठहराया और उसे जेल की सजा सुनाई। मिक्की ने लश्कर-ए-तैयबा के तहत कई नेतृत्व भूमिकाएं निभाई हैं।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker