अवैध संबंध के शक में हत्याकर फरार हुए लिव इन पार्टनर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में सहारनपुर निवासी महिला की हत्या कर फरार आरोपित को एक हफ्ते की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस व एसओजी ने आखिरकार दबोच ही लिया। पूछताछ में पता चला है कि उसे महिला के किसी दूसरे व्यक्ति से अवैध संबंध का शक था। इसे लेकर हुए झगड़े के दौरान वह हत्या कर भाग निकला था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने सोमवार को पुलिस कार्यालय रोशनाबाद में प्रेस कान्फ्रेंस कर इस मामले का पर्दाफाश किया।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि रानीपुर कोतवाली पुलिस को औद्योगिक क्षेत्र में पुलिस चौकी के पीछे नाले में एक महिला का शव बरामद हुआ था। उसकी पहचान सहारनपुर के बिहारीगढ़ क्षेत्र में कुरड़ी खेड़ा गांव निवासी कृष्णा के रूप में हुई थी। पड़ताल में सामने आया कि कृष्णा अपने तीनों बच्चों के साथ यहां ब्रह्मपुरी क्षेत्र में किराये के मकान में रहती थी। कृष्णा सहित कई रिश्तेदार यहां अलग-अलग फैक्ट्रियों में काम कर रहे थे।
छानबीन में सामने आया था कि वह गांव निवासी दीपक के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहती थी। करीब एक महीने पहले झगड़े के बाद कृष्णा ने उसे घर से निकाल दिया था। महिला का शव मिलने के बाद बेटी की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। रानीपुर कोतवाली प्रभारी नरेंद्र बिष्ट व एसओजी प्रभारी रणजीत तोमर के नेतृत्व में पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीमें दीपक की तलाश में जुटी थी।
एक हफ्ते से पुलिस टीम मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, हरियाणा व पंजाब तक दीपक का पीछा करती रही, आखिरकार वह हाथ आ गया। पूछताछ में आरोपित ने हत्या की बात कबूलते हुए बताया कि उसे कृष्णा के किसी दूसरे युवक से अवैध संबंध का शक था। इसे लेकर हुए विवाद के चलते एक माह से दोनों अलग रह रहे थे। घटना वाले दिन कृष्णा से उसका सरेराह झगड़ा हुआ और उसी दौरान सिर नाली में दबाकर उसने हत्या कर दी।
एक सिम बना हत्या का कारण
पूछताछ में आरोपित ने बताया कि उसे कृष्णा के पास से एक सिम मिला था। इसके बाद से उसके मन में शक पैदा हो गया था कि इस सिम से कृष्णा किसी दूसरे व्यक्ति के संपर्क में है। इसे लेकर अक्सर विवाद होने लगा। दीपक का कहना था कि वह कृष्णा से प्रेम करता था। दोनों के बीच किसी तीसरे व्यक्ति की एंट्री वह बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था। पूछने पर कृष्णा इस बारे में उसे संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रही थी। दीपक ने बताया कि झगड़ा होने पर कृष्णा ने उसका मोबाइल नंबर भी ब्लाक कर दिया था।
पुलिस के साथ खेली आंख-मिचौनी
फरार होने के दौरान दीपक ने पुलिस के साथ जमकर आंख-मिचौनी खेली। वह ट्रेन में सफर करते हुए लगातार ठिकाने बदलता रहा। जब भी मोबाइल आन करता, लोकेशन निकालने पर नया ठिकाना मालूम होता। टीम जब तक वहां पहुंचती, दीपक दूसरे ठिकाने पर निकल जाता। पहली लोकेशन पुरकाजी मुजफ्फरनगर आने पर टीम उसे चंद घंटे में गिरफ्तार कर लाने के इरादे से निकली थी, लेकिन एक सप्ताह तक टीम उसके पीछे दौड़ती रही। एसएसपी ने पुलिस टीम को शाबाशी देते हुए ईनाम की घोषणा भी की।