बिहार विधानसभा की दो सीटों पर हो रहे उपचुनाव के परिणाम से तय होगी आगे की रणनीति
नीतीश कुमार का भाजपा का साथ छोड़ने के बाद राज्य में पहला चुनाव हो रहा है। इसलिए बदले राजनीतिक समीकरण पर देश के दिग्गजों की निगाह टिकी हुई है। वोटों की गिनती 6 नवंबर को होगी। देखना है कि महगठबंधन या एनडीए खासकर भाजपा के किस सियासी घराने में शहनाइयां बजेगी।
मोकामा से जेल में बंद बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी राजद उम्मीदवार है। तो इनके मुकाबले बाहुबली नलिन रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की पत्नी को भाजपा ने मैदान में उतारा है। मोकामा सीट से अनंत सिंह राजद के विधायक थे। मगर एक मामले में इन्हें सजा होने पर अयोग्य करार दिया गया। इसी वजह से यह सीट खाली हो गई थी। यहां सीधी टक्कर दो बाहुबलियों की पत्नियों के बीच में है। और इनके लिए अग्निपरीक्षा से कम नहीं है।
वहीं गोपालगंज सीट भाजपा विधायक सुभाष सिंह के निधन से खाली हुई है। भाजपा ने सहानुभूति वोट बटोरने के लिए इनकी पत्नी कुसुम देवी को चुनाव मैदान में उतारा है। मगर राजद ने मोहन प्रसाद गुप्ता को उतार कर मुकाबला कड़ा बना दिया है। यहां राजद नेता तेजस्वी यादव की प्रतिष्ठा भी जुड़ी है। क्योंकि गोपालगंज इनका गृह जिला है। लेकिन राजद की जीत में इनके मामा साधु यादव ही रोड़ा बने हुए हैं। इनकी पत्नी इंदिरा देवी बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव मैदान में डटी हुई हैं। जो भाजपा खेमे में खुशी और तेजस्वी के लिए सिरदर्द बना हुआ है। और इंदिरा की वजह से ही यहां का चुनाव दिलचस्प हो गया है।
भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम में वैश्विक अंतरिक्ष सहयोग का बड़ा योगदान: अधिकारी
चुनाव प्रचार के दौरान परस्पर हमले भी खूब किए गए। राजद के नेता तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, जदयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेंद्र कुशवाहा, हम पार्टी के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने महागठबंधन की तरफ से मोर्चा संभाला तो एनडीए की ओर से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय, सांसद सुशील मोदी, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष संजय जयसवाल और बाद में लोजपा (रामविलास) के नेता सांसद चिराग पासवान ने कमान थामी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रचार करने तो नहीं गए पर वीडियो संदेश के जरिए राजद उम्मीदवार को जिताने की अपील जरूर की।
खास बात यह भी है कि इन दोनों सीटों के उपचुनाव में प्रचार के लिए भाजपा का कोई राष्ट्रीय नेता नहीं आया। इससे भाजपा के राज्य नेतृत्व की भी अग्निपरीक्षा होनी तय है। हालांकि दोनों सीटों पर ही भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर ही वोट मांगे हैं। जबकि राजद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और तेजस्वी के नाम पर मतदान करने की अपील की है। यदि भाजपा चुनाव हारती है तो प्रदेश भाजपा में भारी बदलाव के कयास भी राजनीतिक पंडित लगा रहे हैं।