देश में खून-खराबा कराना चाहता था आस मोहम्मद, सुरक्षा एजेंसियों को मिले आपत्तिजनक दस्तावेज

गाजियाबाद : गाजियाबाद के इकला गांव के मंदिर में पिस्टल, पेपर कटर और चाकू के साथ पकड़े गए आस मोहम्मद का मकसद पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बड़ी वारदात कर के देश में खून-खराबा कराने का था। पांच दिन पुलिस रिमांड में आरोपी से पूछताछ में सुरक्षा एजेंसियों को यह इनपुट मिला है। रिमांड खत्म होने के बाद गुरुवार सुबह आस मोहम्मद को जेल भेज दिया गया। सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता लगाने में जुटी हैं कि आस मोहम्मद किसके इशारे पर यह सब कर रहा था।

गांव इकला में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर से दो अक्तूबर को संदिग्ध अवस्था में आस मोहम्मद को पकड़ा गया था। सुरक्षा एजेंसियों ने आरोपी को पांच दिन रिमांड पर लेकर पूछताछ की। सुरक्षा एजेंसियां इस नतीजे पर पहुंचीं कि आस मोहम्मद के मंसूबे बेहद खतरनाक थे। उसका मकसद पश्चिमी यूपी समेत देशभर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ना था। वह इकला गांव के मंदिर में हिंदू रक्षा सेना एवं सनातन धर्म महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी की हत्या के इरादे से पहुंचा था। उसे पता था कि मंदिर में महामंडलेश्वर की हत्या के बाद सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ना तय है। हालांकि वह अपने मंसूबों में कामयाब हो पाता इससे पहले ही मंदिर के सेवादारों ने उसे धर दबोचा।

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आपत्तिजनक दस्तावेज मिले 

पूछताछ के दौरान आस मोहम्मद के पास से कुछ संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। वहीं, कुछ ऐसी जगह भी चिन्हित हुई हैं, जहां देश विरोधी गतिविधियां संभावित हैं। सुरक्षा एजेंसियां अब यह पता करने में जुटी हैं कि संदिग्ध दस्तावेज कहां तैयार किए गए और संदिग्ध स्थानों पर किस तरह की रणनीति बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि सुरक्षा एजेंसियां कई स्थानों पर ताबड़तोड़ दबिश दे सकती हैं।

हथियारों का जखीरा नहीं मिला 

आस मोहम्मद ने रिमांड के दौरान जो बयान दिए, उन्हें सुनकर सुरक्षा एजेंसियां भी चौंक गईं। आस मोहम्मद ने बताया था कि देवबंद, शामली, अलीगढ़ और हैदराबाद में हथियारों का जखीरा है। सुरक्षा एजेंसियों ने इन सभी स्थानों के अलावा दादरी के पास स्थित उसके गांव पल्ला, दादरी में स्थित उसके एक्यूप्रेशर सेंटर और अन्य स्थानों पर ले जाकर पूछताछ की। हालांकि, इन सभी स्थानों पर कोई आपत्तिजनक वस्तु या असलहा बरामद नहीं हुआ।

हत्या की साजिश, आर्म्स एक्ट, रेप में आरोपी माना

– नाम बदलकर मंदिर में पहुंचे आस मोहम्मद को पिस्टल व अन्य हथियारों के साथ पकड़ा गया था, जिसके संबंध में मंदिर के महंत ने उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का केस दर्ज कराया था।
– आस मोहम्मद के पास से दूसरे संप्रदाय के नाम के जाली दस्तावेज मिलने के चलते पुलिस ने केस में धोखाधड़ी की धारा भी बढ़ा दी।
– आस मोहम्मद ने मंदिर में ठहरे महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी की हत्या के मकसद से मंदिर आने की बात कबूल की थी, लिहाजा पुलिस ने उसके खिलाफ हत्या की कोशिश की धारा भी बढ़ाई है।
– खुद को हिंदू बताते हुए आस मोहम्मद ने अपने पास के ही गांव की छात्रा को जाल में फंसाया और फिर उसके साथ रेप किया।

इन बिंदुओं पर चलेगी जांच

– आस मोहम्मद ने हिंदू धर्म से जुड़े फर्जी दस्तावेज कहां तैयार किए?
– पिस्टल, ब्लेड, ग्राइंडर का ब्लेड और चाकू किसने मुहैया कराया?
– जिन लोगों ने फर्जी दस्तावेज तैयार किए और हथियार मुहैया कराए, वह किस गैंग के लिए काम करते हैं?
– आस मोहम्मद देवबंद, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़ और हैदराबाद के किन लोगों के संपर्क में था?
– जिस प्रिंटिंग प्रेस में फर्जी दस्तावेज तैयार हुए, हां और किन-किन दस्तावेजों को तैयार किया जाता है?
– पड़ोसी गांव की छात्रा के अलावा कितनी हिंदू लड़कियों को फंसाया?
– आतंकी गतिविधियों या धर्म परिवर्तन करने वाले गिरोहों से आस मोहम्मद का कोई कनेक्शन तो नहीं?

ऐसे पकड़ा गया

गांव इकला में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर में महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी ठहरे हुए थे। दो अक्तूबर को एक संदिग्ध युवक अपना नाम समीर शर्मा बताते हुए मंदिर में घुस गया और पूरी रात यहां के आश्रम में रहा। उसकी गतिविधियों पर शक होने पर मंदिर के सेवादारों से उसे दबोच लिया। तलाशी लेने पर पहचान पत्र देखा तो उसकी पहचान दादरी गौतमबुद्धनगर के गांव पल्ला निवासी आस मोहम्मद के रूप में हुई। उसके बैग की तलाशी ली गई तो उसमें पिस्टल, ब्लेड और चाकू के अलावा अन्य वस्तुएं मिलीं।

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