पिता से नाराज आईटीआई का छात्र रेलवे स्टेशन पहुंचा, ट्रेन को देखकर पटरी पर लेटा, जीआरपी ने दौड़कर बचाया

फिरोजाबाद: पिता की फटकार में भले ही दुलार हो और बच्चों की बेहतरी के लिए कहासुनी की जाए लेकिन आईटीआई का एक छात्र इसे सहन नहीं कर पाया और सीधे रेलवे स्टेशन पहुंचा। जैसे ही रेल को दूरी पर देखा तो पटरी पर उतरा और लेट गया। गनीमत रही कि उस समय जीआरपी सक्रिय थी और तत्काल लोगों के साथ पटरी पर कूदी पुलिस ने युवक को जबरन ट्रैक से हटाकर जान बचाई। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर गुरुवार को तेजी से वायरल हुआ।

आटीआई का छात्र अनुज कुमार पुत्र संजय कुमार निवासी हिमायूंपुर को आईटीआई का छात्र है। फिरोजाबाद रेलवे स्टेशन पर वह दोपहर में टहलने लगा। अचानक एक ट्रेन उसको काफी दूरी पर आती दिखाई दी और सीधे ट्रैक पर उतर गया। वह एक तरह पैर और दूसरी तरफ सिर रखकर लेट गया। आत्महत्या के इरादे से आए छात्र के मंसूबों की किसी को जानकारी नहीं थी। जैसे ही वह ट्रैक पर लेटा तो जीआरपी की उसके ऊपर निगाह गई। यात्रियों में चीख पुकार मच गई। तत्काल जीआरपी पुलिस और लोगों ने दोनों ओर से ट्रैक पर कूदकर युवक को जबरन उठाया। वह हटने के लिए भी तैयार नहीं था।

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पारिवारिक क्लेश में अधेड़ नहर में कूदा

शिकोहाबाद थाना क्षेत्र के गांव नगला पोहपी में एक अधेड़ पारिवारिक कलह के कारण मैयामई पुल के पास नहर में कूद गया। अधेड़ की चप्पल नहर किनारे मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस व ग्रामीणों ने अधेड़ को नहर में खोजना शुरू कर दिया है। समाचार लिखे जाने तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है।

श्रीनिवास पुत्र वासदेव निवासी नगला पोहपी के घर में आएदिन किसी न किसी बात को लेकर कलह होता रहता है। ऐसे में बुधवार को भी घर में कलह हुई। क्लेश से नाराज होकर वह घर से चला गया। गुरुवार की सुबह उसकी चप्पल मैयामई पुल के पास नहर के किनारे पड़ी मिली। उधर जब परिजन उसकी खोज में लगे थे तो चप्पल को देखकर वह किसी अनहोनी की आशंका के चलते घटना की सूचना पुलिस को दी। परिजन व ग्रामीणों के साथ पुलिस अधेड़ की तलाश में नहर में खोजबीन में जुट गई। स्थानीय गोताखोर उसकी खोज में लगे हुए हैं। समाचार लिखे जाने तक उसका कोई सुराग नहीं लगा है। नहर में मगरमच्छ होने के आशंका में लोग सावधानी से सर्च ऑपरेशन में लगे हुए हैं।

कॉशन न होता तो चली जाती जान

जीआरपी के सब इंस्पेक्टर संतोष कुमार ने बताया कि अगर थोड़ी देर हो जाती तो छात्र की जान चली जाती। ट्रेन अचानक कोशन की वजह से थोड़ी धीमी हो गई। इसलिए हमें छात्र को बचाने में समय मिल गया। छात्र को उठाकर दूसरी ओर प्लेटफार्म पर ले गए और काफी देर तक समझाया।

घरवालों और शिक्षकों को बुलाया

छात्रा ने बताया कि वह पिता की फटकार से गुस्से में था। पिता ने कहा था कि तुम मुंह मत दिखाना इसलिए रेल के नीचे आकर आत्महत्या करने आया था। युवक जब शांत हुआ तो उसके परिजनों के साथ ही आईटीआई कालेज के शिक्षकों को मौके पर बुलाया। छात्र को समझाकर परिवार के साथ भेजा।

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