काशी के रवि ने अफ्रीका की किलिमंजारो चोटी पर लहराया तिरंगा, 5895 मीटर की है ऊंचाई
काशी के रवि कुमार ने अफ्रीका के सबसे ऊंचे किलिमंजारो पर्वत की चोटी पर चढ़ाई करने में सफलता प्राप्त की है। यह पहला मौका है जब किसी भारतीय ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी पर तिरंगा लहराया है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा मुक्त खड़ा पर्वत होने के साथ-साथ विश्व के सबसे बड़े ज्वालामुखियों में से एक है। रवि ने 11 सितंबर की दोपहर बाद चढ़ाई शुरू की थी। 15 सितंबर को 8:10 बजे वह किलिमंजारो पर्वत के शिखर पर पहुंचे। यह पर्वत शिखर समुद्र तल से 5895 मीटर की ऊंचाई पर है।
रवि कहते हैं, कुल मिलाकर, माउंटेन एक्सपीरियंस उत्कृष्ठ अनुभव रहा है। शिखर एक पुरस्कार है। शीर्ष पर पहुंचकर मैं भावुक हो गया था। उस वक्त एक भारतीय होने पर मुझे अपने आप पर गर्व हो रहा था। रवि ने अपनी असफलता आजादी के अमृत महोत्सव और राष्ट्रीय एकता को समर्पित गई है। 31 वर्षीय रवि मानते हैं हमारी सीमा हमारे दिमाग में है। एक बार जब अपने दिमाग को हम अपने वश में कर लेते हैं तो उसके बाद हम स्वयं अपनी सीमाएं तोड़ने लगते हैं। तब हम उन सीमाओं की ओर बढ़ चलते हैं जिसकी कल्पना भी हमने कभी नहीं की होती है। इस अभियान की सफलता का मूल मंत्र यही है कि मैंने अपने दिमाग की सीमाओं को तोड़ दिया था। मैंने यह तय कर लिया था कि चाहे बीच रास्ते में ज्वालामुखी फूटने लगे या पहाड़ दरकने लगे मैं अपने लक्ष्य से नहीं हटूंगा। उस चोटी पर पहुंच कर ही मुझे दम लेना है।