उत्तराखंड में भारी बारिश से आफत का दौर शुरू,फूलों की घाटी के पास बादल फटा
दिल्ली:
उत्तराखंड के पहाड़ में फूलों की घाटी के पास एक बादल फटने और एक पहाड़ के टूटकर गिरने की खबर और तस्वीरें सामने आई हैं. एसडीआरएफ ने बादल फटने की बात कही है और स्थानीय लोग इसे अतिवृष्टि जैसे हालात बता रहे हैं. फूलों की घाटी और हेमकुंड साहिब की यात्रा रोके जाने की अफवाह थी, लेकिन यात्राएं चालू हैं और चमोली प्रशासन पल पल नज़र रखने की बात कह रहा है. उत्तराखंड में आज 20 जुलाई को भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच और खबरें ये भी हैं कि देहरादून, हरिद्वार समेत कई अन्य ज़िलों में बरसात दोपहर से शुरू हो चुकी है. कई जगह पानी भरने से समस्या खड़ी हो गई है.
यह वीडियो है, फूलों की घाटी के मुख्य पड़ाव घांघरिया का. घांघरिया मुख्य बाजार के ठीक सामने पहाड़ी टूटकर नीचे लक्ष्मण गंगा की तरफ खिसकती दिख रही है. असल में, यहां पहले तो धीरे-धीरे पहाड़ से पत्थर गिरने की आवाज सुनाई दी, उसके बाद अचानक ही पहाड़ का आधा हिस्सा टूटकर नीचे की तरफ आने लगा. घांघरिया में मौजूद लोगों ने तस्वीरों को अपने कैमरों में कैद कर लिया. हालांकि पहाड़ टूटने से किसी को नुकसान की खबर नहीं है.
इधर, चमोली में ही आज बुधवार सुबह बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जोशीमठ के पास जोगीधारा के पास कांवडियों की एक बाइक लगभग 10 मीटर नीचे गहरी खाई में जा गिरी. हालांकि इसमें सवार कांवड़िए बाल बाल बच गए और पुलिस ने खाई से बाइक को निकालकर कांवड़ियों को हरिद्वार रवाना किया. वहीं, ज़िले में मंगलवार देर रात भारी बारिश से चमोली सरतोली मोटर मार्ग क्षतिग्रस्त होने से ग्रामीण घरों में कैद हो गए. कई लोग सुबह से दोपहर तक रास्ते में फंसे रहे.
देहरादून के पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश से सुषमा नदी का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ने लगा है, जिससे डोईवाला के बुलावाला क्षेत्र में नदी के किनारे बसी सैनिक बस्ती में लोग दहशत में हैं. पानी के उतार-चढ़ाव को देखते हुए इनके रतजगे हो रहे हैं. और प्रशासन ने एक जेसीबी मशीन भेजकर ज़िम्मेदारी पूरी कर ली है. बस्ती के एक पूर्व सैनकि किशन सिंह ने कहा कि स्थाई समाधान न हुआ तो सैनिक बस्ती के 25 से 30 घर कभी भी बाढ़ की चपेट में आ जाएंगे.