बच्चों के दिमाग में भरी जाएगी जिनपिंग की सोच
चीन की सत्ता पर पकड़ मजबूत बनाए रखने की कोशिश के तहत सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की राजनीतिक विचारधारा को स्कूल-कॉलेज के पाठ्यक्रम में शामिल करने का फैसला किया है।
देश के शिक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को नई योजना का ऐलान करते हुए कहा कि सभी कक्षाओं के छात्रों के लिए उनकी किताबों में ‘नए युग के लिए चीनी विशेषताओं के साथ समाजवाद पर शी जिनपिंग के विचार’ को शामिल किया जाएगा।
सरकारी अखबार की ओर से बुधवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल टेक्स्टबुक कमिटी की ओर से जारी गाइडलाइन में कहा गया है कि पाठ्यपुस्तकें चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) और राष्ट्र की इच्छा को दर्शाती हैं और प्रतिभा विकास की दिशा और गुणवत्ता को सीधे प्रभावित करती हैं।
राष्ट्रीय पाठ्यपुस्तक समिति के सदस्य हान झेन ने कहा कि विचारधारा को बुनियादी, व्यावसायिक और उच्च विशक्षा के विभिन्न विषयों से जोड़ा जाएगा।
नए पाठ्यक्रम के मुताबिक, प्राइमरी स्कूल में देश, सीपीसी और समाजवाद के प्रति प्यार जगाने पर ध्यान दिया जाएगा।
मिडिल स्कूलों में विद्यार्थियों को अनुभव और अध्ययन के जरिए राजनीतिक पैसलों और जनमत के बारे में पढ़ाया जाएगा। कॉलेज में सैद्धांतिक सोच पर जोर दिया जाएगा।
सीपीसी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में पहचाने जाने वाले शी के अगले साल के अंत से शुरू होने वाले अभूतपूर्व तीसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में बने रहने की व्यापक उम्मीद है।
सीपीसी के संस्थापक माओत्से तुंग के बाद सबसे शक्तिशाली नेता के रूप में पहचाने जाने वाले शी के अगले साल के अंत में तीसरा कार्यकाल शुरू करेंगे। 68 वर्षीय जिनपिंग सीपीसी के प्रमुख हैं और राष्ट्रपति के रूप में पांच साल का उनका दूसरा कार्यकाल अगले साल खत्म होगा।
अपने पूर्ववर्तियों के विपरीत वह दूसरे कार्यकाल के बाद भी सत्ता पर बने रहेंगे, क्योंकि संविधान में संशोधन के बाद दो कार्यकाल के अनिवार्य सेवानिवृत्ति नियम को खत्म कर दिया गया है।
माना जा रहा है कि जिनपिंग आजीवन सत्ता पर बने रेहेंगे। 2012 में सत्ता में आने के बाद से वह लगातार अपनी पकड़ मजबूत करते रहे हैं।