लाॅकडाउन के बाद प्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं : सीएम
15-20 लाख लोगों को रोजगार देने के लिए योजना तैयार करने के निर्देश
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत सरकार द्वारा लाॅकडाउन के सम्बन्ध में जारी एडवायजरी की पूर्ण रूप पालन किये के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन अवधि में भी सम्भावनाओं को तलाशना आवश्यक है। उन्होंने कहा है कि संक्रमण से सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए औद्योगिक गतिविधियों को संचालित कराया जाए। उन्होंने कहा कि चीनी मिलों के संचालन में संक्रमण का एक भी प्रकरण सामने नहीं आया। इसी प्रकार ईंट-भट्ठा उद्योग भी अच्छी प्रकार चला है। इसी तर्ज पर सभी उद्योगों को चलाया जाए। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के बाद प्रदेश में निवेश की अपार सम्भावनाओं के दृष्टिगत वृहद कार्य योजना तैयार की जाए। ताकि निवेशकों को ना हो कोई परेशानी। मुख्यमंत्री ने यह आदेश लाॅकडाउन की समीक्षा बैठक के दौरान दिए
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी जनपदों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं, ताकि प्रवासी श्रमिकों की सुगमता से जांच की जा सके। प्रवासी श्रमिकों व कामगारों की स्क्रीनिंग करते हुए स्वस्थ लोगों को 14 दिन के होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए तथा जो स्वस्थ न मिले, ऐसे श्रमिकों के उपचार की व्यवस्था की जाए। उन्होंने प्रवासी कामगारों एवं श्रमिकों के क्वारंटीन प्रोटोकाॅल को सुनिश्चित कराने के लिए प्रत्येक जनपद में एक प्रभारी अधिकारी नामित किये जाने के निर्देश दिये।
प्रदेश वापस आने वाले समस्त प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों के नाम, पते, मोबाइल नम्बर एवं कार्य दक्षता युक्त विवरण अवश्य संकलित के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए। इससे ऐसे श्रमिकों व कामगारों को रोजगार के अवसर सुलभ कराने में सुविधा होगी। उन्होंने 15-20 लाख लोगों को रोजगार के अवसर देने के लिए एक कार्य योजना तत्काल तैयार करने के निर्देश दिये। कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के आपदा काल में भी प्रदेश सरकार ने समय से 16 लाख राज्य कर्मचारियों को वेतन तथा 12 लाख रिटायर्ड कर्मियों को पेंशन दे दी है।