सीएम यादव ने उज्जैन में किया प्रदेश के 20वें आकाशवाणी केंद्र का शुभारंभ

उज्जैन में नवनिर्मित आकाशवाणी केंद्र औपचारिक रूप से शुरू हो गया है। बुधवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इसका शुभारंभ करते हुए कहा कि प्रसारण की मंजूरी मिलते ही मात्र छह माह में ही केंद्र पूरी तरह सक्रिय हो गया है। यह प्रदेश का 20वां आकाशवाणी केंद्र है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां से निकलने वाला हर शब्द उज्जैन और आगामी सिंहस्थ महाकुंभ की प्रतिष्ठा को बढ़ाएगा।

इस नए केंद्र से रोजाना सुबह 5.55 बजे से रात 11 बजे तक लगातार प्रसारण होंगे। खास बात ये कि उज्जैन आकाशवाणी केंद्र से मालवी बोली में समाचारों का प्रसारण भी किया जाएगा। इस तरह ये केंद्र स्थानीय भाषा की अस्मिता को बनाए रखने के साथ ही क्षेत्रीय संस्कृति और परंपराओं को भी व्यापक मंच प्रदान करेगा।

मुख्यमंत्री ने किया उज्जैन आकाशवाणी केंद्र का शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को उज्जैन के नवनिर्मित आकाशवाणी केंद्र का औपचारिक शुभारंभ किया। यह प्रदेश का 20वां आकाशवाणी केंद्र है, जो प्रसारण अनुमति मिलने के मात्र छह महीनों में पूर्ण संचालन क्षमता के साथ तैयार हो गया है। इसका भवन पहले ही बनकर तैयार था, लेकिन प्रसारण की मंजूरी न मिलने के कारण केंद्र सक्रिय नहीं हो पा रहा था। अब यहां से प्रतिदिन सुबह 5:55 बजे से रात 11 बजे तक निरंतर कार्यक्रम प्रसारित होंगे। शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री ने इसे उज्जैन के लिए ऐतिहासिक क्षण बताते हुए कहा कि शहरवासी लंबे समय से स्वयं के आकाशवाणी केंद्र का इंतजार कर रहे थे और उन्हें विश्वास है कि उज्जैन से होने वाला प्रसारण आकाशवाणी के इतिहास में नई इबारत लिखकर चार चांद लगाएगा।

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सीएम ने कहा “ये केंद्र आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा को नई उड़ान देगा”
सीएम ने कहा कि आकाशवाणी सिर्फ मनोरंजन का मंच नहीं बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कला-संस्कृति और जन-जागरूकता जैसे क्षेत्रों में समाज सेवा का सशक्त माध्यम है। उन्होंने उज्जैन को भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा स्थली और सम्राट विक्रमादित्य के गौरव की भूमि बताते हुए कहा कि यह केंद्र “देववाणी और महालोक वाणी” की तरह कार्य करेगा, जो क्षेत्र की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा को नई उड़ान देगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि आगामी सिंहस्थ महाकुंभ की तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं। यूनेस्को द्वारा सिंहस्थ को मान्यता दिए जाने के बाद स्थानीय प्रसारण का महत्व और बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि इस बार महाकुंभ की जानकारी और सांस्कृतिक वैभव देश-विदेश के करोड़ों श्रद्धालुओं तक रेडियो के माध्यम से और अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचेगा। बता दें कि उज्जैन फुल फ्लेश आकाशवाणी केन्द्र है जो सभी तरह की प्रसारण सुविधाओं से लैस है और अपने स्वयं के निर्मित कार्यक्रमों का प्रसारण भी शुरू कर चुका है।

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