क्‍या आप भी सर्दी-जुकाम और डेंगू के लक्षणों में हो जाते हैं कन्‍फ्यूज? 

बरसात आते ही मौसम काफी सुहावना हो जाता है। लेक‍िन इन द‍िनों कई बीमार‍ियों का खतरा भी बढ़ जाता है। खासकर सर्दी-जुकाम और मच्छरजनित बीमारियों का। अगर लापरवाही बरती गई तो आप भी इसकी चपेट में आ सकते हैं। आमतौर पर इनके लक्षण एक जैसे होते हैं। ज‍िससे लोगों में कन्‍फ्यूजन होता है।

बरसात का मौसम भले ही सुहावना लगता हो, लेक‍िन ये अपने साथ कई तरह की बीमारियां भी लेकर आता है। इन द‍िनों द‍िल्‍ली का मौसम भी कुछ ऐसा हो रखा है। कभी धूप तो कभी तेज बार‍िश ने लोगों की द‍िक्‍कतें बढ़ा दी हैं। लोगों में बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, छींक या खांसी जैसी तकलीफें देखने को मिल रहीं हैं।

दिक्कत तब होती है जब ये लक्षण जुकाम से मिलते-जुलते होते हैं और लोग समझ नहीं पाते कि परेशानी मामूली जुकाम की है या फिर मच्छरजनित बीमारियों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया या मलेरिया का संकेत। कई बार लक्षणों को लेकर भ्रम हो जाता है। अगर किसी को बुखार और बदन दर्द हो और साथ ही मच्छर ने काटा हो, तो मन में डर आ सकता है कि ये डेंगू तो नहीं या कोई वायरस इंफेक्शन तो नहीं?

ये सवाल खासकर बरसात के दिनों में ज्यादा उठता है, क्योंकि इसी समय डेंगू और सर्दी-जुकाम दोनों सबसे ज्यादा फैलते हैं। आज हम आपको अपने इस लेख में सर्दी-जुकाम और मच्छर काटने के आम लक्षणों को बताएंगे और जानेंगे कि इन्हें कैसे पहचाना जाए।

कॉमन कोल्ड (साधारण जुकाम)
कॉमन कोल्ड यानी वायरल इन्फेक्शन के आम लक्षण होते हैं-

नाक बहना या बंद होना
छींक आना
गले में खराश
खांसी
हल्का सिर दर्द और हल्का बदन दर्द
कभी-कभी हल्का बुखार
आमतौर पर ये लक्षण दो से तीन दिन में ज्यादा महसूस होते हैं और एक हफ्ते में ठीक होने लगते हैं। ध्यान देने वाली बात है कि कॉमन कोल्ड के लक्षण ज्यादातर सांस से जुड़े रहते हैं और इनमें त्वचा पर कोई दाने या घाव नहीं होते हैं।

मच्छर का सामान्य काटना
साधारण मच्छर काटने पर त्वचा पर एक छोटा सा लाल उभार होता है। खुजली की समस्‍या भी होती है। और तो और कभी-कभी हल्की सूजन भी आ जाती है। ये त्वचा की सामान्य प्रतिक्रिया है और अपने आप ठीक हो जाती है। कुछ लोगों में सूजन ज्यादा हो सकती है या फफोले जैसे दाने हो सकते हैं, लेकिन सिर्फ काटने से शरीर में तेज बुखार या बहुत ज्यादा दर्द होना आम नहीं है।

मच्छर से फैलने वाली बीमार‍ियां
अगर मच्छर के काटने से संक्रमण हो जाए, तो कुछ दिनों बाद पूरे शरीर में लक्षण दिखने लगते हैं, जैसे-

तेज बुखार
बहुत ज्यादा बदन या जोड़ो में दर्द
सिर दर्द
आंखों के पीछे दर्द
जी मिचलाना
कभी-कभी त्वचा पर दाने
बरसात के दिनों में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया सबसे आम मच्छरजनित बीमारियां हैं।

क्यों होता है कन्‍फ्यूजन?
कुछ लक्षण दोनों में मिलते-जुलते हैं, जैसे-

बुखार और बदन दर्द: सर्दी-जुकाम और डेंगू दोनों में हो सकता है।
रैशेज (दाने): वायरल इंफेक्शन और मच्छर के काटने से दोनों में आपकी स्‍क‍िन लाल हो सकती है।
लिम्फ नोड्स में सूजन: ये भी दोनों ही कंडीशन में देखने को म‍िल सकती है।

कैसे करें फर्क?
टाइम‍िंग पर दें ध्‍यान
मच्छर काटते ही कुछ मिनटों से घंटों में खुजली और लाल उभार आ जाता है। जबक‍ि डेंगू या चिकनगुनिया जैसे संक्रमण के लक्षण कई दिन बाद शुरू होते हैं। अगर मच्‍छर के काटने के उसी दिन बुखार आ जाए, तो ये ज्यादातर एलर्जिक रिएक्शन या अलग वायरल इंफेक्शन होता है।

लक्षण कहां हैं?
नाक बहना, खांसी, गले में खराश: ये जुकाम या वायरस का संकेत है, मच्छर काटने का नहीं।
त्वचा पर खुजली वाला लाल दाना: ये मच्छर काटने का सामान्य लक्षण है।
तेज बुखार, बहुत ज्यादा मसल्‍स का दर्द, आंखों के पीछे दर्द: ये लक्षण डेंगू की ओर इशारा करते हैं।

लक्षणों का पैटर्न समझें
अगर पूरे शरीर पर बुखार के साथ चकत्तेदार दाने फैल जाएं, तो ये डेंगू या किसी वायरल इन्फेक्शन का संकेत हो सकता है। लगातार तेज बुखार, बार-बार उल्टी, मसूड़ों या नाक से खून आना, तेज पेट दर्द या सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो ये गंभीर डेंगू के संकेत हैं और तुरंत डॉक्टर से दिखाना चाहिए।

ऐसे भी समझें
साधारण मच्छर काटना ज्‍यादातर सिर्फ स्‍क‍िन तक सीमित होता है। वहीं कॉमन कोल्ड सांस से जुड़े लक्षणों तक सीमित रहता है। डेंगू या मलेरिया जैसी बीमारियां, मच्‍छर काटने के कई दिन बाद तेज बुखार और गंभीर लक्षणों के रूप में सामने आती हैं।

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