सीएम बोले-निवेशकों को कराएंगे खनिज संपदा और नीतियों से अवगत

कटनी में आज आयोजित एमपी माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश खनिज संपदा और निवेश अनुकूल नीतियों के बल पर तेजी से उद्योग और खनन क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। इस कॉन्क्लेव में देशभर के निवेशक, उद्योगपति और विशेषज्ञ शामिल होकर प्रदेश की खनिज संभावनाओं और औद्योगिक विकास पर चर्चा करेंगे।

मध्य प्रदेश माइनिंग कॉन्क्लेव 2.0 का आयोजन शनिवार को कटनी में किया जा रहा है। इस बड़े आयोजन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मौजूद रहेंगे। कॉन्क्लेव का फोकस क्षेत्र कोयला एवं ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन, तकनीकी प्रगति, महत्वपूर्ण खनिज (क्रिटिकल मिनरल्स), चूना पत्थर और सीमेंट उद्योग होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश खनन और खनिज संसाधनों के क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है। खनिज संपदा की प्रचुरता और निवेश अनुकूल नीतियों के कारण प्रदेश देश की औद्योगिक प्रगति में अहम भूमिका निभा रहा है। यह क्षेत्र न केवल राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत मिशन को भी बल देगा।

दो हजार से अधिक प्रतिभागी
कॉन्क्लेव में लगभग 2 हजार से अधिक प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। इनमें देशभर के निवेशक, उद्योगपति और विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों और विशेषज्ञों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। खनिज और माइनिंग सेक्टर से जुड़े विभिन्न सत्रों में विस्तार से चर्चा होगी। कॉन्क्लेव स्थल पर मध्यप्रदेश की खनिज संपदा को प्रदर्शित करने के लिए विशेष प्रदर्शनी लगाई जा रही है। प्रदेश का राष्ट्रीय खनिज उत्पादन में बड़ा योगदान है। इसमें 73% तांबा, 29% रॉक फॉस्फेट, 26% मैंगनीज, 9% चूना पत्थर, 8% कोयला, 3% बॉक्साइट, 1% लौह अयस्क का उत्पादन होता हैं।

देश के बड़े उद्यमी होंगे शामिल
कॉन्क्लेव में कई बड़े उद्योग समूहों और संस्थानों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इनमें जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, इंडियन ब्यूरो ऑफ माइंस, एचसीएल, सीआईएल, एसईसीएल, आई-एनर्जी, अदाणी सीमेंट, आर्सेलर मित्तल सहित कई नामी कंपनियों और विशेषज्ञों के अधिकारी मौजूद रहेंगे। कॉन्क्लेव खनिज कंपनियों, उद्योग प्रतिनिधियों और अन्य हितधारकों को एक साझा मंच प्रदान करेगा। यहां निवेश, सहयोग और नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर रहेगा। चर्चा में कोयला, चूना पत्थर, तेल और गैस सहित महत्वपूर्ण खनिजों की संभावनाओं पर बात होगी। विशेष ध्यान डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, ऊर्जा सुरक्षा और स्थिरता पर रहेगा। खनन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग और ऑटोमेशन की भूमिका पर भी विचार होगा। कोल गैस (सीबीएम) जैसे वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों पर भी चर्चा की जाएगी।

कई महत्वपूर्ण एमओयू होंगे साइन
इस आयोजन में कई महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापनों (MoU) पर हस्ताक्षर होंगे। इसमें कोल इंडिया लिमिटेड, मध्य प्रदेश शासन और राज्य खनिज निगम के बीच क्रिटिकल मिनरल और अन्य खनिजों के अन्वेषण के लिए। मध्य प्रदेश शासन, राज्य खनिज निगम और टेक्समिन के बीच सहयोग समझौता। राज्य खनिज निगम और आईआईएसईआर भोपाल के बीच समझौता। ये एमओयू भारत की खनिज अन्वेषण महत्वाकांक्षाओं को मजबूती देंगे और क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देंगे। मध्य प्रदेश में अक्टूबर 2024 में भोपाल में आयोजित पहली माइनिंग कॉन्क्लेव में 19,650 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। इस बार भी प्रदेश सरकार को बड़े निवेश की उम्मीद है।

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