भाद्रपद माह के पहले सोमवार पर बन रहे कई योग

सनातन धर्म में भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए सोमवार का दिन शुभ माना जाता है। इस दिन महादेव विशेष चीजों के द्वारा अभिषेक किया जाता है। इससे साधक को शुभ फल की प्राप्ति होती है।

आज यानी 11 अगस्त को भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि है। इस तिथि पर सोमवार पर पड़ रहा है। इस दिन भवगान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही विशेष चीजों का दान किया जाता है।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, सोमवार व्रत करने से साधक के विवाह में आ रही बाधा दूर होती है और मनचाहा वर मिलता है। भाद्रपद माह के पहले सोमवार पर कई योग बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग के बारे में।

तिथि: कृष्ण द्वितीया

मास पूर्णिमांत: भाद्रपद

दिन: सोमवार

संवत्: 2082

तिथि: द्वितीया प्रातः 10 बजकर 33 मिनट तक

योग: अतिगण्ड रात्रि 09 बजकर 34 मिनट तक

करण: गरजा प्रातः 10 बजकर 33 मिनट तक

करण: वणिज रात्रि 09 बजकर 38 मिनट तक

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
सूर्योदय: सुबह 05 बजकर 48 मिनट पर

सूर्यास्त: शाम 07 बजकर 04 मिनट पर

चंद्रमा का उदय: शाम 08 बजकर 28 मिनट पर

चन्द्रास्त: सुबह 07 बजकर 35 मिनट पर

सूर्य राशि: कर्क

चंद्र राशि: धनु

पक्ष: कृष्ण

शुभ समय अवधि
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12 बजे से दोपहर 12 बजकर 53 मिनट तक

अमृत काल: प्रातः 06 बजकर 04 मिनट से प्रातः 07 बजकर 36 मिनट तक

अमृत काल: रात्रि 04 बजकर 14 मिनट से प्रातः 05 बजकर 46 मिनट तक (12 अगस्त)

अशुभ समय अवधि
राहुकाल: प्रातः 07 बजकर 28 मिनट से प्रातः 09 बजकर 07 मिनट तक

गुलिक काल: दोपहर 02 बजकर 06 से दोपहर 03 बजकर 45 मिनट तक

यमगण्ड: प्रातः 10 बजकर 47 से प्रातः 12 बजकर 26 मिनट तक

आज का नक्षत्र
आज भी शतभिषा नक्षत्र में रहेंगे…

शतभिषा नक्षत्र: दोपहर 01 बजे तक

सामान्य विशेषताएं: स्वतंत्र, धैर्यवान, आरामपसंद और आलसी, नेतृत्व, स्वतंत्रता, महत्वाकांक्षी, नवोन्मेषी, लालची, जिज्ञासु, गुप्त और अंतर्मुखी।

नक्षत्र स्वामी: राहु

राशि स्वामी: शनि

देवता: वरुण (जल देवता)

प्रतीक: खाली घेरा

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