19 घंटे 40 मिनट चला विधानसभा का मानसून सत्र, तीन विधेयक पास; ‘फांसी घर’ पर खूब हुआ हंगामा

अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने फांसी घर मामले को उठाया। उन्होंने इस ढांचे का नाम बदलकर टिफिन कक्ष कर दिया है।

विधानसभा का मानसून सत्र 19 घंटे 40 मिनट चला। इसमें जनता के हित में तीन अहम विधेयक, दिल्ली स्कूल शिक्षा (शुल्क विनियमन) विधेयक-2025 और दिल्ली माल एवं सेवा कर (संशोधन) विधेयक-2025 ध्वनिमत से पास हुए। शिक्षा विधेयक पर दो दिन तक 24 विधायकों ने चर्चा की।

वहीं, इस बार नियम 280 के तहत 171 जन मुद्दे शामिल किए गए जिनमें से 62 पर चर्चा हुई। पानी की कमी, सड़क मरम्मत, सरकारी स्कूलों में सुविधाएं और बिजली आपूर्ति से जुड़ी इन समस्याओं का समाधान 30 दिन में करने के लिए विभागों को निर्देश दिए गए हैं।

विधानसभा में नियम 54 के तहत मुस्तफाबाद के जर्जर अस्पताल को नए सिरे से बनाने और दिल्ली के जलसंकट को दूर करने के प्रस्तावों पर चर्चा की गई। स्वास्थ्य मंत्री पंकज कुमार सिंह और जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने इन समस्याओं को दूर करने का आश्वासन दिया। अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने फांसी घर मामले को उठाया। उन्होंने इस ढांचे का नाम बदलकर टिफिन कक्ष कर दिया है।

सीएजी रिपोर्ट, पीएसी को जांच के लिए भेजा
सदन ने अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला, निसार उपग्रह प्रक्षेपण और ऑपरेशन सिंदूर व ऑपरेशन महादेव की सफलता की सराहना की। 2023-24 की वित्तीय, विनियोग लेखा (विभिन्न विभागों और योजनाओं के लिए स्वीकृत बजट के उपयोग का विवरण) और श्रमिक कल्याण व भवन निर्माण पर सीएजी की रिपोर्ट पेश हुईं।

विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने बताया कि सीएजी की श्रमिक कल्याण रिपोर्ट व लोक लेखा समिति (पीएसी) को जांच के लिए भेजा गया। व्यापार सलाहकार और नियम समिति की सिफारिशों से सत्र का कामकाज आसानी से चला। ये सत्र लोगों की समस्याओं को हल करने और पारदर्शिता रखने में सफल रहा। पक्ष और प्रतिपक्ष दोनों दलों के सदस्यों को सदन में अपने क्षेत्र की समस्याएं रखने का पूरा मौका दिया गया।

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker