उत्तराखंड में चीन सीमा के पास बर्फीली तबाही, ग्लेशियर टूटने से 50 से ज्यादा मजदूर फंसे…

उत्तराखंड में भारत-चीन सीमा के पास बड़ी तबाही का अंदेशा है। माणा के पास शुक्रवार को भारी ग्लेशियर टूटने से करीब 5 दर्जन मजदूरों की जिंदगी खतरे में पड़ गई, जिनमें से 16 को बचा लिया गया है। राहत और बचाव का अभियान जारी है। उत्तराखंड में भारी बर्फबारी हो रही है और सभी पहाड़ बर्फ से लद गए हैं।
उत्तराखंड के चमोली जिले में चीन सीमा के बेहद नजदीक और भारत का पहला गांव कहे जाने वाले माणा के पास भारी ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है। माणा पास चौकी के कुछ नीचे ग्रिफ के कैंप को भी नुकसान की खबर है। यहां सड़क बनाने में जुटे 57 मजदूर फंस गए।
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता IG नीलेश आनंद भरणे ने ANI को बताया’ ‘सीमा क्षेत्र माणा में सीमा सड़क संगठन के कैंप के पास भीषण हिमस्खलन हुआ है, जिसमें सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए हैं। इन मजदूरों में से 16 मजदूरों को बचा लिया गया है और गंभीर हालत में माणा के पास सेना के कैंप में भेज दिया गया है।’
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि ग्लेशियर टूटने के समाचार मिलते ही आईटीबीपी, सीमा सड़क संगठन, प्रशासन की टीमों को घटना स्थल की ओर भेजा गया है। अभी तक जनहानि की आधिकारिक जानकारी नहीं है। क्षेत्र में लगातार भारी हिमपात हो रहा है। इस वजह सें संपर्क स्थापित करने में दिक्कत हो रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर लिखा, ‘जनपद चमोली में माणा गांव के निकट BRO द्वारा संचालित निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन की वजह से कई मजदूरों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। ITBP, BRO और अन्य बचाव दलों द्वारा राहत एवं बचाव कार्य संचालित किया जा रहा है। भगवान बदरी विशाल से सभी श्रमिक भाइयों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं।’